अगले महीने से राज्य में बढ़ने वाली हैं शराब की कीमतें। इस बारे में वित्त विभाग ने एक विज्ञप्ति जारी कर दी है। इस विज्ञप्ति को राज्य आबकारी विभाग की वेबसाइट पर भी जारी किया गया है। राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि देसी-विदेशी सभी तरह की शराब पर शुल्क को बढ़ाया जा रहा है। लेकिन सिर्फ एक प्रकार की शराब (Liquor) को इस मामले में अलग रखा गया है। यानी सिर्फ एक प्रकार की शराब की कीमत नहीं बढ़ेगी। कौन सी?
कब से बढ़ेगी शराब की कीमतें?
राज्य के वितरकों और थोक विक्रेताओं को इस साल 30 नवंबर तक जितना हो सके उतना स्टॉक पुरानी कीमत पर बेचने का निर्देश दिया गया है। उसके बाद जो शराब नहीं बिक पाएगी, वह नई कीमत के दायरे में आएगी और उस पर नई कीमत के स्टिकर लगाना अनिवार्य होगा। ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि ग्राहकों को शराब की बढ़ी हुई कीमतें समझ आ जाएं और उनमें किसी तरह का भ्रम न रहे।
यानी राज्य में 1 दिसंबर से बढ़ी कीमतों पर शराब बिकना शुरू हो जाएगा। दिसंबर के महीने में और नए साल की शुरुआत व नए साल की पूर्व संध्या पर राज्य भर में शराब की बिक्री रिकॉर्ड दर से बढ़ जाती है। क्या शराब की कीमतों का बढ़ना उस तस्वीर में परिवर्तन ला सकता है? शराब के व्यवसाय से जुड़े व्यापारी यहीं सोचकर काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।
कितनी बढ़ेगी शराब की कीमतें?
प्राप्त जानकारी के अनुसार 180 मिलीलीटर शराब की कीमत 10-20 रुपए तक बढ़ सकती है। 750 मिलीलीटर शराब की बोतल की कीमत में 30-40 रुपए की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, आबकारी विभाग ने अभी तक अधिकतम मूल्य (MRP) की सूची जारी नहीं की है। बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत तक सूची जारी कर दी जाएगी।