राज्य में SIR की शुरुआत हो चुकी है। अब तक राज्य में हुई कई मौतों के लिए तृणमूल ने 'SIR' की वजह से फैले खौफ को जिम्मेदार ठहराया है। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने हाल ही में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर एक विशेष टीम बनायी बनाई है। इस टीम का काम SIR के डर से मरने वाले लोगों के परिवारों के साथ खड़ा होना है। बताया जाता है कि अभिषेक खुद इस टीम की निगरानी कर रहे हैं।
हुगली के धनियाखाली में एक परिवार का दावा है कि उनकी 28 वर्षीया विवाहिता बेटी ने अपनी 6 साल की बेटी समेत SIR के डर से शनिवार को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। बताया जाता है कि दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही अभिषेक बनर्जी के ऑफिस में इस घटना को लेकर हंगामा मच गया। डायमंड हार्बर के सांसद ने कई आवश्यक कदम उठाए ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि मां-बेटी के इलाज में कोई लापरवाही न बरती जा रही हो।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक की पहल पर ही दोनों मां-बेटी का इलाज फिलहाल कोलकाता के पीजी अस्पताल में चल रहा है। अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर ही धनियाखाली की तृणमूल विधायक असीमा पात्रा रविवार सुबह इस परिवार से मिलने भी पहुंची थी। असीमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल के गांवों में आमतौर पर जरूरतमंद परिवार ही रहते हैं। भाजपा सुनियोजित तरीके से लोगों को SIR के नाम पर डरा रही है।
इससे पहले 31 अक्तूबर को विमल सांतरा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पूर्व बर्दवान के जमालपुर के रहने वाले विमल व्यवसाय के सिलसिले में तमिलनाडु में रहते थे। परिवार का आरोप है कि SIR के डर से ही उन्होंने आत्महत्या करने जैसा बड़ा कदम उठाया। बताया जाता है कि अभिषेक के निर्देश पर पांडवेश्वर के विधायक और जिला तृणमूल अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती भी इस परिवार से मिलने जमालपुर गए।इस मौके पर उनके साथ जमालपुर के विधायक आलोक माझी, राज्यसभा सांसद समीरुल इस्लाम, ब्लॉक अध्यक्ष महमूद खान और स्थानीय तृणमूल नेता भी मौजूद थे।
नरेंद्रनाथ ने कहा कि अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में पूरे बंगाल की जनता SIR के खिलाफ लड़ रही है। भाजपा एक भी वैध मतदाता का नाम मतदाता सूची से नहीं हटा पाएगी। साथ ही उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि किसी को भी अनावश्यक रूप से घबराने की जरूरत नहीं है। बंगाल की जनता निरंकुश भाजपा सरकार के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।
दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के जयपुर में बुधवार को शफीउल गाजी का फंदे से लटकता हुआ शव बरामद किया गया। उनकी पत्नी मादीरा बीबी का दावा है कि शफीउल कुछ समय से घबरा रहे थे क्योंकि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं था। मादीरा का आरोप है कि इसी वजह से उनके पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में भी अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर तृणमूल कार्यकर्ता इस परिवार के साथ खड़े हैं। जानकारी के अनुसार पार्टी की ओर से रविवार को इस परिवार को तीन लाख रुपये अनुदान में दिया गया। कैनिंग पूर्व विधायक शौकत मोल्लाह और तृणमूल प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती भांगड़ गए थे।
बुधवार को बीरभूम के सैंथिया के वार्ड नंबर 14 निवासी विमान प्रमाणिक नामक एक बुजुर्ग की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गई। हालांकि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में था, लेकिन वहां उनका सरनेम गलत लिखा हुआ था। परिवार का आरोप है कि इसी डर से विमान को दिल का दौरा पड़ा। रविवार को इस परिवार से मिलने परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती पहुंचे।
उनके साथ स्थानीय विधायक नीलावती साहा और नगर निगम के चेयरमैन विप्लव ओझा भी मौजूद थे। मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बंगाल में कोई विकास नहीं किया है। उनका आरोप है कि भाजपा लोगों का ध्यान इन मुद्दों से भटकाने के लिए चुनाव आयोग के जरिए SIR के नाम पर डर फैला रही है।