अभिषेक बनर्जी का भाजपा पर वार, कहा - पहले जनता सरकार चुनती थी, अब सरकार लोगों को चुन रही है!

अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मात्र दो दिन पहले घोषणा करके अगर तृणमूल यह रैली कर सकती है, तो अगले दो माह के दौरान दिल्ली में क्या कर सकती है? यह भाजपा के साथी जरूर सोचें।

By Moumita Bhattacharya

Nov 04, 2025 18:05 IST

SIR को लेकर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने मंगलवार को रैली की। रेड रोड पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति के पास से शुरू हुई यह रैली जोड़ासांको पर जाकर खत्म हुई। जोड़ासांको के सभा मंच से हुंकार भरते हुए तृणमूल के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पहले लोग वोट देकर सरकार चुनते थे। अब सरकार अपनी पसंद का वोटर चुन रही है। एक भी वैध वोटर का नाम अगर SIR में कटा तो तृणमूल दिल्ली तक पहुंच जाएगी।

सभा के दौरान अपने संबोधन में अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'मात्र दो दिन पहले घोषणा करके अगर तृणमूल यह रैली कर सकती है, तो अगले दो माह के दौरान दिल्ली में क्या कर सकती है? इस बारे में भाजपा के साथियों को एक बार सोचने के लिए जरूर कहूंगा।' रेड रोड पर डोरिना क्रॉसिंग से सेंट्रल एवीन्यू होकर जोड़ासांको तक जैसे-जैसे यह रैली आगे बढ़ी, इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते गए। इस रैली को SIR के विरोध में आयोजित किया गया था। सड़कों के दोनों तरफ SIR के विरोध और रैली के समर्थन में लोगों की भी भीड़ उमड़ पड़ी थी। काफी लोग तो ऐसे भी थे जो तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ कदम से कदम मिलाकर जोड़ासांको तक पैदल गए।

दिल्ली के सामने नहीं झुकाएंगे सिर

रैली के बाद अभिषेक बनर्जी ने सभा को संबोधित किया जिसमें उन्होंने कहा कि तृणमूल को डराने-धमकाने का कोई फायदा नहीं होगा। याद करें वर्ष 1993 के जुलाई का वह जबरदस्त आंदोलन, जिसमें फोटो सहित परिचय पत्र की मांग पर ममता बनर्जी सड़कों पर उतरी थी। संवैधानिक और मौलिक अधिकारों की मांग पर 13 लोगों ने अपनी जान तक दे दी थी। भविष्य में भी अगर लोगों के अधिकारों के लिए जान देनी पड़े तो वे तैयार हैं। अभिषेक बनर्जी ने दृढ़ता के साथ कहा, 'किसी भी परिस्थिति में दिल्ली के सामने अपना सिर नहीं झुकाएंगे।'

बंगाल देगी जवाब

इस बीच राज्य के कई इलाकों में SIR के आतंक से लोगों के मरने का आरोप लगाया जा रहा है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सभी का नाम वोटर लिस्ट में है। इस बारे में उन्होंने बीरभूम की सोनाली बीबी का भी उल्लेख दिया। सोनाली के पिता और मां का नाम साल 2002 की वोटर लिस्ट में रहने के बावजूद गलत तरीके से उन्हें बांग्लादेश भेज दिया गया।

इसका जवाब बंगाल जरूर देगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में तृणमूल दिल्ली जाएगी और SIR के विरोध में बंगाल की क्या क्षमता है, उसे पूरे भारतवर्ष को दिखाएगी। दिल्ली जाने के लिए तैयार रहे। बनर्जी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले लोग वोट देकर सरकार का चुनाव करती थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अपनी पसंद के वोटर का चुनाव कर रही है। पहले लोग सरकार चुनते थे और अब सरकार वोटर चुन रही है।

पिछले कुछ दिनों से आरोप लगाया जा रहा है कि विभिन्न जगहों पर भाजपा अपने बैनर तले तो नहीं लेकिन शाखा संगठनों को सामने रखकर CAA को लेकर शिविर बना रही है। अभिषेक बनर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा, 'इन सभी शिविरों में जाने पर असम में 12 लाख हिंदू बंगालियों की जो हालत हुई थी, भाजपा आप लोगों की भी वैसी ही हालत कर देगी।'

अभिषेक बनर्जी का आश्वासन है कि तृणमूल के रहते हुए एक भी व्यक्ति को बंगाल से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने अचानक SIR की घोषणा की है क्योंकि पिछले कुछ सालों में बंगाल में भाजपा का हाल बुरा हुआ है। अपने संदेश में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मिट्टी सभी की है। इस मिट्टी से किसी को हटाया नहीं जा सकता है।

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