आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में कोलकाता नगर निगम (KMC) के के एक सहायक इंजीनियर राज्य पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार व्यक्ति का नाम पार्थ चोंगदार बताया गया है। वह कोलकाता नगर निगम के 'योजना एवं विकास विभाग' में कार्यरत था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्थ के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद जांच शुरू हुई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्थ के पास वर्ष 2017 से 2021 के बीच आय से लगभग पांच करोड़ रुपये अधिक संपत्ति पाई गई है। जांच के दौरान मिली जानकारी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उनके पास इतनी बड़ी रकम कैसे आई? क्या पर्दे के पीछे उनके सरकारी पद का कोई प्रभाव है? इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। इस मामले पर अभी तक नगर निगम अधिकारियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
इससे पहले भी कई बार कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा है कि भ्रष्टाचार पर उनकी सरकार का रुख स्पष्ट है। इस संबंध में 'शून्य सहनशीलता' (Zero Tolerance) की नीति अपनाई जा रही है।