जादवपुर यूनिवर्सिटी (JU) के न्यू ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले तीसरे वर्ष के छात्रों को 31 अक्तूबर तक हॉस्टल खाली कर किसी दूसरी जगह पर चले जाना होगा। जेयू प्रबंधन की तरफ से यह पत्र होस्टल में रहने वाले छात्रों के अभिभावकों को भेजा गया है। बताया जाता है कि जेयू में दाखिला लेने वाले पहले वर्ष के छात्र-छात्राओं के रहने की व्यवस्था न्यू ब्वॉयज हॉस्टल में करने के लिए ही यह फैसला लिया गया है।
जेयू में पढ़ने वाले तीसरे वर्ष के छात्र जो न्यू ब्वॉयज होस्टल में रहते हैं, उनका मेन हॉस्टल के ब्लॉक ए, बी या सी में स्थानांतरण के लिए फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 12 अक्तूबर थी। मिली जानकारी के अनुसार 145 विद्यार्थियों में से मात्र 40 ने ही अभी तक इस आदेश का पालन किया है। इस वजह से ही अब जेयू प्रबंधन ने अभिभावकों को पत्र भेजा है। स्थानांतरण में मदद करने के लिए 29, 30 और 31 अक्तूबर को सामान ढोने के लिए गाड़ी की व्यवस्था भी विश्वविद्यालय की तरफ से ही की जाएगी।
बताया जाता है कि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल की व्यवस्था करना अभी बहुत जरूरी है, इसलिए तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों से हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि जेयू का मेन हॉस्टल रैगिंग जैसी घटनाओं की वजह से काफी कुख्यात है। यहां रैगिंग के बाद पहले वर्ष के एक छात्र की मृत्यु तक हो चुकी है। इस वजह से न्यू ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले काफी छात्र मेन हॉस्टल में नहीं जाना चाहते हैं।
बता दें, रैगिंग की वजह से जिस छात्र की मौत हुई थी, वह इन्हीं छात्रों का बैचमेट था। डीन ऑफ स्टूडेंट्स के ऑफिस से बताया जा रहा है कि छात्रों के बीच बैठे इस डर को विश्वविद्यालय प्रशासन समझ रहा है। इसलिए मेन हॉस्टल के वन ब्लॉक को इस तरह से तैयार किया गया है ताकि तीसरे और चौथे वर्ष के छात्रों को एक-दूसरे के सामने आने की जरूरत न हो। जेयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा बी और सी ब्लॉक में भी रहने का मौका दिया जा रहा है। लेकिन काफी छात्र न्यू ब्वॉयज हॉस्टल छोड़ने के लिए राजी नहीं हैं। इस वजह से पहले वर्ष के छात्रों के रहने का बंदोबस्त करने में भी देर हो रही है।
जेयू प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि किसी भी अवांछनीय घटना को रोकने के लिए मेन हॉस्टल की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर किया जाएगा।