यूपी में 2026 के माघ मेला में 12-15 करोड़ श्रद्धालु होंगे शामिल, तैयारी जोरों पर: CM योगी

“पूर्ण भव्यता और दिव्यता के साथ माघ मेला होगा आयोजित”

By श्वेता सिंह

Nov 22, 2025 16:00 IST

प्रयागराज। अगले साल प्रयागराज में आयोजित होने वाले माघ मेले में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु शामिल होने की संभावना है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मैदान में जाकर तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि मेला 800 हेक्टेयर क्षेत्र में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि माघ मेला पूर्ण भव्यता और दिव्यता के साथ आयोजित होगा।

माघ मेला में मुख्य स्नान की तिथियां

इस बार माघ मेला में स्नान की शुरुआत जल्दी होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहला स्नान पौष पूर्णिमा को 3 जनवरी को होगा, दूसरा मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को, तीसरा मौनी अमावस्या को 18 जनवरी को, चौथा बसंत पंचमी को 28 जनवरी को, पांचवां मघी पूर्णिमा को 1 फरवरी को और छठा महाशिवरात्रि के दिन 15 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मेला करीब डेढ़ महीने तक चलेगा और इसमें 20-25 लाख कल्पवासी भी भाग लेंगे। कल्पवास एक माह लंबा हिंदू अनुष्ठान है, जिसे श्रद्धालु संगम में निभाते हैं। मेला क्षेत्र में 42 पार्किंग स्थल, 25,000 शौचालय, 8,000 कूड़ेदान और 3,000 सफाईकर्मी तैनात किए जाएंगे।

मेले में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयारियां

सार्वजनिक कार्य विभाग 160 किलोमीटर में चेकर्ड प्लेट बिछाएगा और 7 पोंटून ब्रिज का निर्माण करेगा। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन निर्बाध बिजली आपूर्ति और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। सिंचाई विभाग संगम में 10,000 क्यूसेक पानी का प्रवाह बनाए रखेगा और नमामि गंगे परियोजना पानी की शुद्धता की निगरानी करेगी। जल निगम 242 किलोमीटर पानी की पाइपलाइन और 85 किलोमीटर सीवर लाइन बिछा रहा है ताकि गंगा और यमुना में कोई अपशिष्ट न पहुंचे।

स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा इंतजाम

मेला क्षेत्र में दो 20-बेड वाले अस्पताल, 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और पांच-पांच आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक क्लिनिक स्थापित किए जाएंगे। साथ ही एक समर्पित वेक्टर-नियंत्रण यूनिट भी तैनात होगी।

सुरक्षा के लिए 17 पुलिस स्टेशन, 42 आउटपोस्ट, 20 फायर टेंडर, 7 फायर स्टेशन, 20 वॉचटावर और 8 किलोमीटर लंबी डीप-वॉटर बैरिकेड लगाई जाएगी। 400 एआई-सक्षम कैमरे और सीसीटीवी सिस्टम का इस्तेमाल भी होगा।

यातायात और टेंट सिटी

उत्तर प्रदेश राज्य रोड ट्रांसपोर्ट निगम 3,800 बसें तैनात करेगा, जिनमें 75 इलेक्ट्रिक शटल बसें भी शामिल हैं। शहर से मेला क्षेत्र तक संपर्क के लिए टेंट सिटी बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2024 के अनुभव और महाकुम्भ 2025 से मिली सीख के आधार पर तैयारियों को और बेहतर बनाया गया है।

माघ मेला का धार्मिक महत्व

हिंदू मास माघ में प्रयागराज में आयोजित माघ मेला श्रद्धालुओं को संगम में स्नान करने का अवसर देता है, जिससे उन्हें आध्यात्मिक शुद्धि और धार्मिक पुण्य की प्राप्ति होती है। माघ मेला हर साल होता है जबकि महाकुम्भ 12 वर्षों में एक बार आयोजित होता है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, महाकुम्भ 2025 में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए थे।

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