मेरठः घर में खेलते समय सरदार जसपिंदर सिंह के छोटे बेटे के सिर में चोट लग गई, जिससे उसका सिर फट गया और खून बहने लगा। लेकिन उस घाव की सिलाई न करके केवल पांच रुपये की 'फेविक्विक' गोंद से जोड़ने का आरोप डॉक्टर पर लगा है। यह चौंकाने वाली घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ में 'भाग्यश्री' नामक एक निजी अस्पताल में हुई। सरदार जसपिंदर सिंह का आरोप है कि बच्चे को अस्पताल ले जाने पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने उन्हें 5 रुपये की एक फेविक्विक ट्यूब खरीदकर लाने को कहा। इसके बाद बच्चे के सिर के घाव पर उस गोंद को लगा दिया गया। उस समय दर्द से बच्चा रो पड़ा, लेकिन अभियुक्त डॉक्टर ने कहा कि यह अस्थायी घबराहट है।
रात में बच्चे की परेशानी बढ़ गई। मजबूर होकर उसे लोकप्रिय अस्पताल ले जाना पड़ा। घाव से सूखी हुई फेविक्विक गोंद हटाने में वहां के डॉक्टरों को तीन घंटे लग गए। इसके बाद उन्होंने बच्चे के सिर पर चार टांके लगाए। जसपिंदर ने बताया कि लोकप्रिय अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार यदि फेविक्विक बच्चे की आंख में चला जाता तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी।
मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। बच्चे के परिवार की शिकायत के आधार पर एक जांच समिति गठित की गई है। मामले में अभियुक्त डॉक्टर द्वारा चिकित्सा नियमों का उल्लंघन किया गया या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। बच्चे के परिवार ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय में भी शिकायत दर्ज कराई है।