रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार से राजस्थान के खातीपुरा जयपुर रेलवे स्टेशन पर जयपुर-असर्वा एक्सप्रेस के एसी क्लास पैसेंजर्स के लिए कंबल कवर की सुविधा शुरू की है।
यह पायलट प्रोजेक्ट है, जो सफाई और हाइजीन सुधारने के लिए लाया गया है। सभी एसी कोच के यात्रियों को प्रिंटेड कंबल कवर मिलेंगे, ताकि गंदे कंबल और बदबू आने की शिकायत न मिले।
रेल मंत्री ने कहा कि अगर यह सुविधा सफल रही तो पूरे देश में इसे लागू किया जाएगा। इससे पहले रेलवे ने जानकारी दी थी कि एसी कोच में बेडरोल में मिलने वाले कंबल को हर महीने धोया जाता है।
पहले बेडरोल किट में एक्स्ट्रा बेडशीट दी जाती थी, जो क्विल्ट कवर की तरह इस्तेमाल होती थी।
रेल मंत्री ने कहा कि कंबल का इस्तेमाल सालों से हो रहा है, लेकिन सफाई को लेकर संशय था। इस संशय को दूर करने के लिए कंबल कवर की शुरुआत की गई है।
यह प्रोजेक्ट जयपुर-असर्वा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12981) पर चलेगा। ट्रेन जयपुर से असर्वा तक 11 घंटे 55 मिनट में पहुंचती है।
पैसेंजर इन्फो सिस्टम की शुरुआत
जयपुर में रेल मंत्री ने अन्य सुविधाएं जैसे नए प्लेटफॉर्म और पैसेंजर इंफो सिस्टम की शुरुआत की। राजस्थान के जोधपुर, जयपुर, अजमेर और बीकानेर डिवीजनों में छोटे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म हाइट बढ़ाई गई। साइनबोर्ड और इंफो सिस्टम भी लगाए गए।
ट्रेन में एसी वन, टू और थ्री टियर कोच होते हैं। कवर से सफर आरामदायक बनेगा, खासकर सर्दियों में। रेलवे ने प्रोक्योरमेंट प्रोसेस भी बेहतर किया है।
कोरोना में बंद कर दी गई थी यह सुविधा, दो साल बाद फिर शुरू हुई थी
साल 2020 में कोरोना वायरस की वजह से 2 साल के लिए AC कोच के पर्दे और चादर-कंबल (बेडरोल) की सुविधा को बंद कर दी गई थी।
यात्रियों की असुविधा को देखते हुए भारतीय रेल की तरफ से डिस्पोजल बेडरोल की सर्विस शुरू की गई थी। इसे पैसे देकर खरीदा जा सकता था। अप्रैल 2022 में इसे फिर से शुरू किया गया था।