सोशल मीडिया पर प्रेम का जाल। बिना समझे उन्होंने उसमें कदम रखा। प्यार में खोकर उन्होंने सेना की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की ISI के हाथ दे दी। कई महीनों से जासूस उनके ऊपर नजर रख रहे थे। आखिरकार शुक्रवार को राजस्थान के उस युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जांच में पता चला है कि सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी की एक कर्मचारी ईशा शर्मा के नाम की एक महिला के जाल में मंगत फंस गए थे। उन्हें भारी रकम का लालच भी दिया गया था।पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार युवक का नाम मंगत सिंह है। आरोप है कि पिछले लगभग दो वर्षों से उसका पाकिस्तानी हैंडलर्स से संपर्क था। राजस्थान पुलिस की खुफिया एजेंसी का दावा है कि मंगत अलवर सेना छावनी और उसके आसपास के क्षेत्रों की तस्वीरें और सैन्य जानकारी नियमित रूप से पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी को भेजता था।
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के समय से ही सेना और पुलिस देश के महत्वपूर्ण सैन्य केंद्रों के पास निगरानी शुरू कर चुके थे। उस समय ही मंगत की गतिविधियाँ संदिग्ध लगीं। पुलिस ने निगरानी शुरू की। मंगत के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ में आने के बाद ही राजस्थान पुलिस की जांच विभाग ने कार्रवाई की। डीआईजी (इंटेलिजेंस) राजेश मील ने कहा, 'गिरफ्तारी से पहले तक आरोपी युवक ने पाकिस्तानी हैंडलरों की तस्वीरें और जानकारी भेजी थी। वह नियमित रूप से दो पाकिस्तानी नंबरों पर फोन करता था। सैन्य जानकारी चुराकर काफी पैसा भी कमाया। उसके लेनदेन के स्रोत की खोज की जा रही है।' जयपुर के केंद्रीय पूछताछ केंद्र में मंगत को रखा गया है। उन्हें जांचकर्ता पूछताछ कर रहे हैं। कुछ महत्वपूर्ण सूत्र भी सामने आए हैं।