गोवा के नाइट क्लब में लगी भीषण आग की घटना से सबक लेते हुए पुलिस ने गोवा के नाइट क्लबों में विशेष अभियान की शुरुआत की है। इसके साथ ही गोवा के गैर-कानूनी नाइट क्लबों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। यह अभियान खास तौर पर क्रिसमस और नए साल का जश्न और उस समय गोवा में होने वाली देसी-विदेशी पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ के मद्देनजर चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही गोवा के एक नाइट क्लब में लगी आग में लगभग 25 लोगों की मौत हो गयी थी। इसके बाद से ही गोवा प्रशासन वहां के सभी गैर-कानूनी नाइट क्लबों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है।
गोवा में इन दिनों क्रिसमस और नए साल के स्वागत के लिए त्योहारों और इवेंट्स की तैयारी कर रही है। इस दौरान गोवा के बीच और क्लबों में भीड़ उमड़ती है लेकिन आग लगने की घटना के कारण पुलिस वहां खास सावधानी बरत रही है। इसी के तहत नाइट क्लबों में लगातार छापेमारी की जा रही है।
रविवार को अधिकारियों ने बताया कि ये नाइटक्लब ज्यादातर नॉर्थ गोवा में हैं। पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और जिला प्रशासन के अधिकारी वहां के अलग-अलग नाइटक्लब की जांच कर रहे हैं। कई नाइटक्लब पहले ही बंद कर दिए गए हैं। यह भी खबर है कि कई दूसरे नाइटक्लब के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की जा सकती है।
जांच कर रही टीम के सदस्य कबीर शिरगांवकर ने बताया कि क्लबों के लाइसेंस और दूसरी अनुमतियों की जांच की जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई क्लब नियमों को तोड़ता है तो उसे सील कर दिया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी बताया कि वागाटोर में मौजूद दो मशहूर नाइट क्लब पहले ही सील किए जा चुके हैं।
उनमें से एक कृषि भूमि पर बनाया गया था। दूसरे क्लब के पास जरूरी परमिशन नहीं थी। उसमें भी संरचनात्मक कमी पकड़ी गयी है। अधिकारियों ने बताया कि अंजुना बीच इलाके के कई क्लब और बार के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
मालूम हो कि 6 दिसंबर को उत्तर गोवा के अरपोरा इलाके में रोमियो नाइट क्लब में आग लग गई थी। आग लगने की घटना की जांच के दौरान कई गैर-कानूनी गतिविधियां सामने आईं। इसके बाद वहां के प्रशासन ने नाइट क्लबों को कई निर्देश जारी किए जिसमें आतिशबाजी पर बैन भी शामिल है।