मुंबई: जिस स्टेडियम में विश्व कप जीतने के बाद सचिन तेंदुलकर अपने साथियों के कंधों पर सवार होकर मैदान से निकले थे, उसी वानखेड़े स्टेडियम में रविवार दोपहर फिर से “सचिन” के नारों का तूफान उठा। लेकिन कुछ ही पलों बाद वही नारे बदलकर “मेस्सी–मेस्सी” में तब्दील हो गए।आकर्षण के केंद्र में भले ही लियोनेल मेस्सी थे, लेकिन अपने शहर के क्रिकेट दिग्गज को सम्मान देने में मुंबई ने कोई कसर नहीं छोड़ी। फुटबॉल के मक्का में मेस्सी को लेकर जहां भारी अव्यवस्था दिखी थी। वहीं क्रिकेट नगरी मुंबई ने दिखा दिया कि विश्व कप चैंपियन के साथ एक कार्यक्रम कितनी अनुशासित तरीके से आयोजित किया जा सकता है। मेस्सी के ऑल इंडिया टूर के तहत चार शहरों में कार्यक्रमों की जिम्मेदारी संभाल रही ‘द शतद्रु दत्त इनिशिएटिव’ कोलकाता में पूरी तरह विफल रही थी, लेकिन शनिवार शाम हैदराबाद में उसे फर्स्ट डिवीजन के अंक मिले। और रविवार दोपहर मुंबई के दो कार्यक्रमों में उसे लेटर मार्क्स मिले। सोमवार को नई दिल्ली में मेस्सी अंतिम कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उपस्थित रहेंगे।
रविवार को क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में हुए ‘मीट एंड ग्रीट’ कार्यक्रम में मेस्सी, सुआरेज़ और डे पॉल मौजूद थे। वहां बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर अपने दोनों बेटों तैमूर और जेह अली के साथ मेस्सी से मिलने पहुंचीं। तैमूर की अर्जेंटीना की नीली-सफेद 10 नंबर जर्सी के पीछे लिखा था “मेस्सी”, और उसी नंबर की जेह की जर्सी पर लिखा था “अर्जेंटीना”। बिना किसी अफरा-तफरी के करीना ने मेस्सी और साथियों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। यहीं सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे और उन्होंने मेस्सी के साथ जर्सी का आदान-प्रदान किया। मेस्सी ने उन्हें अर्जेंटीना की 10 नंबर जर्सी भेंट की, जबकि सचिन ने भारतीय टीम की 10 नंबर जर्सी अर्जेंटीना के इस महान खिलाड़ी को दी।
इसके बाद खचाखच भरे वानखेड़े स्टेडियम में मेस्सी और सुआरेज़ ने करीब एक घंटे बिताए। सचिन के अलावा यहां भारतीय फुटबॉल के ‘गोट’ सुनील छेत्री भी मौजूद थे। बॉलीवुड अभिनेता टाइगर श्रॉफ और अजय देवगन भी कार्यक्रम में शामिल हुए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पूरे समय मौजूद रहे और मेस्सी के हाथों ‘प्रोजेक्ट महादेवा’ का उद्घाटन करवाया। यह महाराष्ट्र में युवा फुटबॉलरों को तैयार करने के लिए एक सरकारी परियोजना है।
शाम करीब पौने छह बजे जैसे ही सचिन स्टेडियम पहुंचे, “सचिन-सचिन” के नारे गूंज उठे। कुछ मिनट बाद मेस्सी के आते ही वही सुर बदलकर “मेस्सी-मेस्सी” हो गया। सुआरेज़ और रोड्रिगो डे पॉल के लिए भी नारे सुनाई दिए। अपने संबोधन के दौरान सचिन भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम ने मेरे कई सपनों को पूरा किया है। 2011 में विश्व कप जीतना ऐसा ही एक सुनहरा पल था। आज मेस्सी और साथियों की मौजूदगी में फिर वैसा ही एक सुनहरा दिन है।
सेवन-ए-साइड मैच खेलने के लिए सुनील छेत्री भी मैदान में उतरे। उनके नाम पर भी जोरदार नारे लगे। मेस्सी और सुनील को काफी देर तक बातचीत करते हुए देखा गया। मेस्सी ने सुनील को अर्जेंटीना की जर्सी भेंट की। मेस्सी के सामने सिर्फ सुनील ही नहीं, बल्कि प्रदर्शनी मैच में राहुल भेके, चिंगलेनसाना और बाला देवी भी शामिल हुए। कई नन्हे फुटबॉलरों के साथ एक वर्कशॉप आयोजित की गई, जहां मेस्सी उनके साथ गेंद खेलते नजर आए। सुआरेज़ भी इसमें शामिल हुए। इतने बड़े आयोजन में कहीं भी फोटो खींचने के लिए लोगों की भीड़ से कोई अव्यवस्था नहीं हुई।