संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ 95 गेंदों में 171 रन की तूफानी पारी खेलने वाले वैभव सूर्यवंशी पर रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ अंडर-19 एशिया कप के मैच में सभी की नजरें थीं लेकिन केवल 14 साल की इस बाएं हाथ की प्रतिभा इस दिन पूरी तरह से असफल रही, वह 6 गेंदों में केवल 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गया। चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर ही मोहम्मद सईयम की धीमी गति की डिलीवरी सीधे गेंदबाज के हाथ में चली गई। पवेलियन लौटते समय उसके चेहरे और आंखों पर निराशा साफ झलक रही थी।
वैभव के आउट होते ही पाकिस्तान कैंप में खुशी का माहौल फैल गया। साथी खिलाड़ी सैयाम के आसपास इकट्ठा हो गए, डगआउट में आनंद की लहर दौड़ गई। मेंटर सरफराज अहमद भी समझ रहे थे, फॉर्म में बल्लेबाज को आउट करना मैच में बड़ी बढ़त देता है। स्वाभाविक रूप से, वैभव के आउट होते ही पाकिस्तानी कैंप में अतिरिक्त उत्साह देखा गया।
भारत की पारी: बारिश का असर, संघर्ष की झलक
बारिश के कारण टॉस आधे घंटे के लिए देर हो गया और मैच केवल 49 ओवर का रह गया। बारिश से प्रभावित मैच में टॉस हारकर आयुष मात्रे की कप्तानी वाली भारत की शुरुआत बल्लेबाजी से हुई और टीम 240 रन पर ऑलआउट हो गई। एक समय ऐसा लगा कि टीम 200 रन भी नहीं बना पाएगी लेकिन अंत में कनिष्क चौहान की 46 रन की तूफानी पारी ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया।
बल्लेबाजों के कठिन दिन में केरल के युवा एरन जॉर्ज ने इस दिन भारत की बल्लेबाजी संभाली। नंबर तीन पर उतरकर उन्होंने 88 गेंदों में 85 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल था। कप्तान आयुष मात्रे ने भी 25 गेंदों में महत्वपूर्ण 38 रन बनाए।
जॉर्ज की लड़ाई: सिर पर चोट, फिर भी दृढ़ता
जॉर्ज जब 40 रन पर थे, तब एक बाउंसर उनकी सिर पर लगी। खेल को रोकना पड़ा, फिजियो आए और चेक किया। खेल की अनुमति मिलने के बाद जॉर्ज फिर से क्रिज पर लौटे और 57 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। वही गेंदबाज जिसने वैभव को आउट किया, उसको एरन जॉर्ज ने जोरदार तरीके से मार दिया। हालांकि, वह शतक से चूक गए। 85 रन पर वह अब्दुल सुबहान की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने गए और आउट हो गए।
लगातार दूसरा अर्धशतक: चर्चा के केंद्र में जॉर्ज
एरन जॉर्ज अब तक अंडर-19 एशिया कप में 154 रन बना चुके हैं। UAE के खिलाफ उन्होंने 69 और पाकिस्तान के खिलाफ 85 रन बनाए। वैभव सूर्यवंशी के शतक की धुआंधार पारी में वे अपनी पहली पारी में चर्चा का हिस्सा नहीं बने लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी ने भारत को राहत दी। वैभव की असफलता के दिन जॉर्ज की लड़ाई ने भारतीय पारी को बचाए रखा और दर्शकों के दिल में नए नायक के रूप में जगह बना ली।