टी-20 विश्व कप से पहले भारतीय क्रिकेटरों की फॉर्म क्रिकेट प्रेमियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव समेत टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ रन नहीं बना पा रहे हैं। टीम में संजू सैमसन की जगह भी अनिश्चित बनी हुई है। ऐसे हालात में यशस्वी जायसवाल ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की अपनी दावेदारी को और मजबूत कर दिया है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके बल्ले से तूफानी शतक निकला। उन्होंने 48 गेंदों में शतक जड़ते हुए मुंबई को मैच जिता दिया। उनकी शानदार पारी की बदौलत मुंबई ने हरियाणा के खिलाफ 235 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया और नया रिकॉर्ड बना दिया।
पुणे के अंबी स्थित डीवाई पाटिल स्टेडियम में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए हरियाणा ने 234 रन बनाए। इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की ओर से यशस्वी जायसवाल ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। ओपनिंग करते हुए उन्होंने अजिंक्य रहाणे के साथ 19 गेंदों में 53 रनों की साझेदारी की। इसके बाद सरफराज़ खान के साथ 89 रनों की अहम साझेदारी बनाई। सरफराज़ ने भी तेजी से रन बनाए और 25 गेंदों में 64 रनों की शानदार पारी खेलकर आउट हुए। लेकिन यशस्वी का तूफान जारी रहा।
जायसवाल ने 48 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और अंततः 50 गेंदों में 101 रन बनाकर आउट हुए। उनकी इस पारी में 16 चौके और 1 छक्का शामिल था। हालांकि, जब जायसवाल आउट हुए, तब तक मुंबई 17.1 ओवर में 228 रन तक पहुंच चुकी थी, जिससे टीम की जीत लगभग तय हो गई थी। दो गेंद बाद ही मुंबई ने लक्ष्य हासिल कर लिया। इस जीत के साथ मुंबई ने इतिहास रच दिया। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में यह दूसरा सबसे बड़ा रन चेज़ था।
आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से नियमित रूप से ओपनिंग करने वाले यशस्वी जायसवाल ने अब घरेलू क्रिकेट में भी अपनी चमक बिखेरी है। यह शतक ऐसे समय में आया है, जब विश्व कप से पहले टीम इंडिया सही संयोजन की तलाश में जूझ रही है। यशस्वी ने आखिरी बार 2024 में श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम के लिए मैच खेला था। अब देखना यह है कि इस शतक के बाद उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी होती है या नहीं।