समाचार एई समय: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ईडन टेस्ट में हार के बाद सिर्फ पिच विवाद ही नहीं, टीम इंडिया की कई समस्याएं भी पूर्व खिलाड़ियों की नज़र में आ रही हैं। सुनील गावस्कर तो हैं ही, चेतेश्वर पुजारा जैसे शांत स्वभाव के व्यक्ति भी भारतीय टीम मैनेजमेंट को खरी-खोटी सुनाने में पीछे नहीं हैं। युवा टीम कहकर हार का जो तर्क भारत के कोच गौतम गंभीर ने दिया, वह पुजारा को बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं लग रहा। उनका साफ कहना है, “टीम ट्रांज़िशन के दौर से गुजर रही है इसलिए घरेलू मैदान पर टेस्ट हार रहे हैं—यह कोई तर्क नहीं हो सकता। अगर ट्रांज़िशन की वजह से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में इस तरह हारना पड़ता, तो भी उसे स्वीकार किया जा सकता था।”
टैलेंट की कमी नहीं, मैनेजमेंट की गलती-पुजारा
हार के कारण के रूप में गंभीर की टीम में किसी अन्य समस्या की ओर ही इशारा कर रहे हैं पुजारा। उनके शब्दों में, “इस टीम में प्रतिभा और क्षमता दोनों हैं। यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल के प्रथम-श्रेणी रिकॉर्ड पर एक बार नज़र डालिए। वाशी ने भी तीन पर आकर कितनी शानदार बल्लेबाज़ी की। सभी का रिकॉर्ड बेहतरीन है। इसके बावजूद जब इस तरह हारना पड़ता है, तो समझना होगा कि कहीं न कहीं कोई गलती हो रही है।”
गावस्कर का वार — ‘सपोर्ट स्टाफ क्या कर रहा है?’
गावस्कर की टिप्पणी हमेशा ही बेबाक रही है। उनका निशाना सपोर्ट स्टाफ पर भी है। टेस्ट के बाद मैच की व्याख्या करते हुए सनी ने कहा, “मैं तो सपोर्ट स्टाफ की बात भी कहूंगा। अगर बल्लेबाज तकनीक के कारण असफल हों, तो वे (सपोर्ट स्टाफ) क्या कर रहे हैं?”
कैफ़ की हैरानी — ‘डरकर खेली पूरी टीम’
ईडन में दूसरी पारी में 100 रन से कम पर भारतीय बल्लेबाजों के ढह जाने पर मोहम्मद कैफ का अवलोकन था, “सब डर-डर कर खेले। किसी ने साहस दिखाकर नहीं खेला, यह देखकर हैरान हूं।”
गंभीर की स्पिनिंग ट्रैक पर खेलने की नीति को नकारते हुए पुजारा का कहना था, “इससे बेहतर विकेट पर खेलते तो जीतने के अवसर बढ़ते।”
गुवाहाटी में होगा सीरीज़ का निर्णायक मुकाबला
तेज आलोचनाओं के बीच 22 नवंबर को गुवाहाटी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ का दूसरा और अंतिम टेस्ट खेलने उतरेगा भारत। गुवाहाटी के बरसापाड़ा में पहली बार टेस्ट मैच होने जा रहा है। वहां की पिच कैसी होगी, इसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। हालांकि ईडन टेस्ट हारने के बाद गंभीर ने कह दिया था, “दूसरे टेस्ट में जैसे विकेट देंगे, उसी पर खेलेंगे।”
गिल की चोट से टीम संयोजन पर संकट
पिच को लेकर खींचतान के साथ टीम संयोजन को लेकर भी चर्चा शुरू हो चुकी है। गर्दन में चोट लगने के बाद ईडन टेस्ट के अंत में तो वे खेल ही नहीं पाए, गुवाहाटी में भी कप्तान शुभमन गिल का खेलना पूरी तरह संदिग्ध है। ऐसे में ईडन के अंतिम दो दिनों की तरह गुवाहाटी में भी उपकप्तान ऋषभ पंत ही नेतृत्व कर सकते हैं। सवाल यह है कि शुभमन न खेलें तो प्लेइंग इलेवन कैसी होगी?
नंबर-3 स्लॉट पर सुदर्शन–पडिक्कल की टक्कर
कई लोगों का मानना है कि नम्बर तीन पर साई सुदर्शन की वापसी हो सकती है। नम्बर तीन की दौड़ में देवदत्त पडिक्कल भी मौजूद हैं। गुवाहाटी में यदि चार स्पिनर के साथ नहीं खेला गया तो किसी एक को बैठना होगा। बल्लेबाज़ी को ध्यान में रखकर देखें तो यहां कुलदीप यादव पीछे रहेंगे।
इडन से ही शुरू होगा संघर्ष
सोमवार को टीम इंडिया कोलकाता में ही रही। आज मंगलवार को जीजी एंड कंपनी का ईडन में अभ्यास करना तय है। यानी विवादों से घिरे ईडन से ही भारत सीरीज़ बचाने की लड़ाई शुरू कर रहा है।