इस्लामाबादः धूमधाम से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने PSL की दो टीमों को बेचने की घोषणा की थी। विदेशी दौरों पर रोड शो कर निवेशकों को आकर्षित किया गया और बोलियाँ भी आईं लेकिन इसके बाद PCB एक नई समस्या में फँस गया। लीग शुरू होने से पहले ही PSL की एक प्रमुख फ्रेंचाइजी मुल्तान सुल्तान्स के मालिक ने खुद को अलग कर लिया। कुछ समय पहले ऐसा ही नजारा बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी देखने को मिला था।
हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी ने बताया कि आगामी सीजन के लिए मुल्तान सुल्तान्स टीम को खुद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ही चलाएगा। इसके लिए पहले पूर्व क्रिकेटरों को नियुक्त किया जाएगा जो पूरे संचालन की देखरेख करेंगे। PSL का सीजन खत्म होने के बाद PCB फ्रेंचाइजी बेचने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
मुल्तान सुल्तान्स फ्रेंचाइजी अब तक अली तरीन नाम के एक कारोबारी के पास थी। वे 2018 से इस टीम के मालिक थे। हाल ही में उन्होंने PCB को बताया कि आर्थिक कारणों से वे मालिकाना हक से हट रहे हैं। अली तरीन के हटने के बाद PCB ने उन्हें एक कानूनी नोटिस भेजा। PCB का कहना था कि अली तरीन ने मालिकाना समझौते की शर्तों का पालन नहीं किया। PCB ने उनसे माफी माँगने को कहा। हालाँकि उन्होंने माफी माँगी लेकिन कई हलकों का दावा है कि वह व्यंग्यात्मक ढंग से दी गई माफी थी। अंतिम समय में अली तरीन के हट जाने से PCB के पास कोई और रास्ता नहीं बचा इसलिए बोर्ड ने खुद ही टीम चलाने का फैसला किया।
PSL की शुरुआत 26 मार्च 2026 से होनी है। उससे पहले, 8 जनवरी को PSL दो नई फ्रेंचाइजियाँ लाने जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है कि इन फ्रेंचाइजियों को खरीदने के लिए 10 संस्थाएँ बोली लगा सकती हैं।
कुछ दिन पहले बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली थी। 2025–26 सीजन शुरू होने से ठीक एक दिन पहले चिटगाँव रॉयल्स फ्रेंचाइजी के मालिकों ने अपना नाम वापस ले लिया था। इस टीम की मालिक ट्रायंगल सर्विसेज लिमिटेड थी। इसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने चिटगाँव रॉयल्स की जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली।