उत्तर बंगाल में इस समय तबाही मची हुई है। हर तरफ भूस्खलन और मिट्टी धंसने की वजह से लोगों हैरान-परेशान हैं। अब तक करीब 13 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। रोहिणी रोड समेत कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। बड़ी संख्या में पर्यटक इस समय पहाड़ी क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। ऐसी स्थिति में सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) सिलीगुड़ी के दौरे पर जा रही है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ने खुद ही दी।
इस बारे में मुख्यमंत्री ने बताया कि शनिवार की रात से उत्तर बंगाल में लगातार 12 घंटे तक हुई बारिश में करीब 300 मिलीमीटर बारिश हुई। इस वजह से पहाड़ से लेकर डुअर्स तक हर जगह जलमग्न हो चुका है। इस वक्त जो पर्यटक दार्जिलिंग, कालिंगपोंग, मीरिक में फंसे हुए हैं, उनसे मुख्यमंत्री ने होटल से बाहर न निकलने की सलाह दी है। ममता बनर्जी ने कहा, 'मीरिक, दार्जिलिंग और कालिंगपोंग को मिलाकर लगभग 7 लैंड स्लाइड हुए हैं। इसके साथ ही भारी बारिश हो रही है। मीरिक में लोहे का सेतु टूट चुका है। दार्जिलिंग में एक सेतु ध्वस्त हो गया है। कालिंगपोंग में भी रास्ता बंद हो गया है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पर्यटक फंसे हुए हैं, उनसे मैं कहूंगी कि जो जहां हैं वहीं रहे। होटल का अतिरिक्त किराया न देना पड़े, प्रशासन इसे सुनिश्चित करें। जरूरत होने पर सरकार ध्यान देगी। हम सभी को सुरक्षित रूप से वापस लेकर आएंगे। कोई भी जल्दबाजी न करें। आप सभी हमारी जिम्मेदारी हैं। हम सभी को सुरक्षित रूप से पहुंचा देंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लगातार भारी बारिश हो रही है। भुटान और सिक्किम में भी आपदा आयी है। कुल मिलाकर पूरी परिस्थिति इस समय भयावह है। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बहुत मर्माहत हूं। सुबह 6 बजे से मॉनिटरिंग कर रही हूं। दार्जिलिंग, कालिंगपोंग, अलीपुरदुआर, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार को लेकर मैंने मुख्य सचिव के साथ वर्चुअल बैठक भी की है। डीजी ने सुबह फोन भी किया था। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के सदर ऑफिस और जिलों में कंट्रोल रुम 24 घंटा खुला रखा गया है। किसी भी आवश्यकता पर नवान्न में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रुम में संपर्क करें।
संपर्क करने का नंबर - 0091- 2214-3526/0091- 2253-5185
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