उमस भरी गर्मी और चिपचिपे पसीने से सर्दियों का मौसम बहुत बेहतर माना जाता है। लेकिन यह तब तक ही बेहतर है, जब तक आपकी त्वचा पर इसका कोई असर न पड़े। अगर सर्दियों में त्वचा के रूखे और शुष्क होने जैसी समस्याओं से बचा जा सका तो सर्दियों से अच्छा और कोई मौसम नहीं होगा। सर्दियों का मौसम शुरू होते ही हवा में नमी कम होने लगती है और इस वजह से त्वचा में खिंचाव महसूस होने लगता है। त्वचा बेजान हो जाती है।
क्रीम, मॉइश्चराइजर और लोशन लगाने के बावजूद त्वचा का रूखापन दूर नहीं होता। चमक या लालिमा वापस लाने के लिए कॉस्मेटिक उत्पादों पर ही भरोसा करना पड़ता है। लेकिन पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि सर्दी आने से पहले यदि नियमित तीन प्रकार के पेय पदार्थों को आहार में शामिल कर सकें, तो त्वचा की समस्या को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं होगी।
जानिए वे कौन से हैं :-
1) एलोवेरा जूस
विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर एलोवेरा जूस यदि दिन की शुरुआत में पी सकें, तो आधा काम हो जाता है। एलोवेरा विटामिन बी12 का स्रोत है। यह विटामिन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा एलोवेरा में विटामिन ई और सी भी होते हैं। कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे खनिज भी हैं इसकी खासियतों में शामिल होते हैं। ये सभी चीजें त्वचा के कोलाजेन उत्पादन में विशेष रूप से सहायता करती हैं। इससे त्वचा की मजबूती बनी रहती है।
2) चुकंदर और गाजर का रस
इंस्टाग्राम खोलने पर आजकल चुकंदर-गाजर का रस पीने के कई वीडियो दिखाई देते हैं। पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि त्वचा की कोशिकाओं को अच्छा रखने के लिए ऑक्सीजन की अच्छी आपूर्ति का होना जरूरी है। उस काम में मदद करता है यह पेय पदार्थ। त्वचा को जवान बनाए रखने में भी चुकंदर-गाजर का रस विशेष उपयोगी है। नियमित सेवन से त्वचा में लालिमा आती है और नई कोशिकाएं भी बनती हैं।
3) खीरा और पालक का जूस
फाइबर युक्त यह जूस शरीर में जमा टॉक्सिन को दूर करता है। खीरा और पालक में विटामिन ई, सी और एंटीऑक्सीडेंट है। चेहरे की सूजन, वाटर रिटेंशन को नियंत्रित रखने में भी यह पेय कारगर है। त्वचा में यदि पिगमेंटेशन की समस्या है, तो खीरे का रस लगाना उपयोगी साबित हो सकता है। इसके साथ-साथ, खीरे का रस पीना भी फायदेमंद होगा।