जब कोई लड़की घर से बाहर निकलती है तब उसकी मां और परिवार के बाकी सदस्यों को तब तक चैन नहीं मिलता जब तक वह सही सलामत घर वापस नहीं लौट जाती है। इसमें कोई दो राय नहीं कि महिलाओं ने अनगिनत क्षेत्रों में तरक्कीकर अपनी जगह बना ली है। हालांकि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अब भी उनका परिवार आश्वस्त नहीं हो पाया है। अपने आस पास अपराध की इतनी वारदातें होती रहती हैं कि मां, बहन और बेटी या किसी भी महिला सदस्य के घर वापस न आने तक परिवार को चिंता होती ही रहती है। इस तस्वीर में ज्यादा बदलाव अब भी नहीं हो पाया है। उम्मीद की जा रही है कि कोलकाता में शुरू की गयी महिला टैक्सी चालकों की ऐप-कैब से स्थिति बदलेगी।
अपने जरूरी काम से घर से बाहर निकल रही महिलाओं और लड़कियों को उनकी मंजिल तक सही सलामत पहुंचाने के लिए इस साल दुर्गा पूजा मेंसड़कों पर उतरी है महिला टैक्सी चालकों की एक खास टीम। इनकी खासियत है कि ये सभी सड़कों पर गाड़ियां दौड़ाएंगी और स्टीयरिंग पर इनका नियंत्रण होगा। दुर्गा पूजा में रविवार महाषष्ठी से कोलकाता में 'उमा - एम्पावरिंग वोमन' नामक एक विशेष ऐप कैब सेवा शुरू हुई है। इसमें ड्राइवर की सीट पर केवल महिलाएं ही होंगी। भले ही यात्री केवल महिलाएं न हों लेकिन महिला यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि दो दशक पहले किसी ने नहीं सोचा था कि इस शहर की सड़कों पर कभी कोई पेशेवर महिला ड्राइवर कार चलाएंगी। हालांकि अब सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इसलिए हैरान होने की कोई बात नहीं है।
इस ऐप कैब सेवा में प्रत्येक कार में तीन सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। एक यात्री पर, दूसरा चालक पर और तीसरा कैमरा सड़क पर नज़र रखेगा। निजी कंपनी के नियंत्रण कक्ष से रियल-टाइम निगरानी भी की जाएगी जिससे अगर किसी को खतरा हो तो तुरंत कार्रवाई की जा सके।
रियल-टाइम जीपीएस ट्रैकिंग के साथ-साथ आपात स्थिति में तुरंत मदद पाने के लिए ऐप में एक एसओएस बटन भी है।अगर सड़क पर कोई गाड़ी अचानक खराब हो जाती है तो महिला चालक को नजदीकी रोडसाइड असिस्टेंस या सर्विस सेंटर से तुरंत मदद मिल जाएगी।
इस सेवा का आधिकारिक उद्घाटन शुक्रवार को पर्यावरण वैज्ञानिक स्वाति नंदी चक्रवर्ती ने किया। उन्होंने बताया कि सरकार से महिलाओं द्वारा संचालित वाहनों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।
रविवार को 20 गाड़ियां सड़कों पर उतारी गयी हैं। वाहनों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी। इस कैब को यात्री साथी ऐप पर बुक किया जा सकता है। कॉल करके भी यह सेवा प्राप्त की जा सकती है। निजी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि उसने प्रत्येक ड्राइवर का विवरण सत्यापित कर लिया है। महिला ड्राइवर इस ऐप कैब को दो शिफ्टों में चलाएंगी - सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक।
निजी कंपनी के प्रमुख जयदीप मुखर्जी ने कहा कि रात्रिकालीन सेवाओं के लिए सरकार से बातचीत चल रही है। उमा ऐप कैब की एक ड्राइवर शर्वरी हाल्दार ने आज कहा किकाम शुरू होने के बाद से उन्हेंकाफी यात्री मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस ऐप कैब सर्विस से कई महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
2019 में कोलकाता में 'पिंक टैक्सी' शुरू की गई थी। वहां भी ड्राइवर महिलाएं थीं और यात्री भी महिलाएं ही थीं लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था। जयदीप ने बताया कि पिंक टैक्सी की महिला चालकों को भी इस ऐप कैब सर्विस के साथ जोड़ने का इंतजाम किया गया है।