इस साल दक्षिण कोलकाता के त्रिधारा की पूजा में अतिरिक्त भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रवींद्र सरोवर थाना ने कड़े कदम उठाए। त्रिधारा की पूजा में इस साल का प्रमुख आकर्षण 'अघोरी नृत्य' था और उसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही थी। इस बार सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस की तरफ से पूजा आयोजकों को इस पहल को बंद करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस द्वारा दी गई चिट्ठी में कहा गया है कि पूजा के दौरान 'अघोरी नृत्य' के कारण भीड़ और बढ़ रही है और लोगों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसलिए किसी दुर्घटना की आशंका पूरी तरह से टाली नहीं जा सकती। लोगों की सुरक्षा के कारण इस नृत्य को बंद करने की बात कही गई है।
इस बीच त्रिधारा के आयोजकों की ओर से बताया गया है कि वे लोगों की सुरक्षा को ही प्राथमिकता दे रहे हैं। इसलिए महाष्टमी की रात को भी मंडप के भीतर 'अघोरी नृत्य' को बंद रखा गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगले दो दिनों में इसे पुनः आरंभ करने का कोई योजना नहीं है, ऐसा आयोजक बता रहे हैं। उल्लेखनीय है कि त्रिधारा को तृणमूल विधायक देवाशीष कुमार की पूजा के रूप में जाना जाता है। उल्लेखनीय है, संतोष मित्र स्क्वायर के लाइट एंड साउंड शो को लेकर आपत्ति जताई गई थी और कोलकाता पुलिस की ओर से एक पत्र भेजा गया था। इस पूजा के मुख्य आयोजकों में से एक और भाजपा नेता सजल घोष उस समय मुखर हुए थे। अब त्रिधारा को पुलिस द्वारा पत्र दिए जाने के बाद तृणमूल के एक हिस्से का दावा है, 'कोलकाता पुलिस जो भी निर्णय निष्पक्ष रूप से करती है, यही स्पष्ट करता है।