दुर्गा पूजा से ही फेस्टिव मूड शुरू हो जाता है। दुर्गा पूजा के बाद दिवाली यानी काली पूजा, फिर क्रिसमस, नववर्ष। त्योहारों के इस मौसम में लोग विभिन्न जगहों पर घूमने के लिए होटल की बुकिंग करते हैं। अधिकांश बुकिंग ऑनलाइन होती है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि होटल की बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन साइबर धोखाधड़ी समूह सक्रिय हो रहा है। इसलिए कोलकाता और राज्य पुलिस की ओर से पर्यटकों को सावधान किया जा रहा है।
हाल ही में दक्षिण कोलकाता के पर्णश्री के एक निवासी ने ₹7000 देकर होटल बुक करने की जब कोशिश की तो उनके खाते से ₹70,000 गायब हो गए। बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति 'स्टेप-बाय-स्टेप' आगे बढ़ते हुए धोखेबाजों के जाल में फंस गया। आरोप है कि इस व्यक्ति की तरह ही कई पर्यटकों के मोबाइल का एक्सेस लेकर बैंक से पलक झपकते ही रुपए गायब किया जा रहा है।
इसी साल दमदम निवासी एक व्यक्ति अपने पूरे परिवार के साथ दीघा घूमने गए थे। उक्त व्यक्ति ने पहले ही होटल का भुगतान ऑनलाइन कर दिया था। दीघा में होटल पहुंचकर उन्हें पता चला कि वहां उनके नाम से कोई बुकिंग ही नहीं की गयी है। यहां तक कि होटल के अकाउंट में कोई रुपया भी नहीं आया है। ऐसा सुनते ही उक्त व्यक्ति के सिर पर मानो बिजली ही गिर पड़ी हो। जानकारी मिली कि उस होटल में ऐसी घटना दो अन्य लोगों के साथ भी घट चुकी है।
सुनिश्चित रूप से होटल में कमरा पाने के लिए सभी एडवांस में बुकिंग कराना चाहते हैं। साइबर फ्रॉड इसी का फायदा उठाते हुए अधिकांश लोगों का बैंक खाता खाली कर रहे हैं। पुलिस की ओर बताया गया कि पर्यटक घूमने जाने से पहले वहां होटल के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर फ्रॉड अपना जाल बिछा रहे हैं। आंखें चौंधिया देने वाले होटल, कमरों से शानदार व्यू के लालच में पर्यटक अक्सर ऑनलाइन एडवांस में बुकिंग कर रहे हैं।
पुलिस की ओर से बताया गया है कि कई मामलों में लोग ट्रैवल साइट पर जाकर होटल बुक कर रहे हैं। तब भी धोखा होने की संभावना बन रही है। जो लोग चार या पांच सितारा होटल की तलाश कर रहे हैं, धोखेबाजों की नजर ऐसे पर्यटकों पर ज्यादा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मान लीजिए, जैसे ही आप सर्च करना शुरू करते हैं, तभी उस साइट को कोई फ्रॉड हैक कर लेता है। फिर साइट के माध्यम से पर्यटक को विशेष छूट का लालच देना शुरू होता है। हैक किए गए फोन नंबर से कहा जाता है कि कुछ घंटों के भीतर अगर अडवांस पेमेंट किया गया तो 50 या 60 प्रतिशत की छूट मिलेगी। डिस्काउंट के लालच में आकर पर्यटक धोखेबाजों के फैलाए जाल में फंस जाता है।
राज्य और कोलकाता पुलिस सोशल साइट पर इस विषय में जागरूकता अभियान चला रही है। अपने संदेश में पुलिस का कहना है कि अनजान, अपरिचित साइट देखकर बुकिंग न करें। अत्यधिक छूट और जल्दी पैसा मांगने पर, वहां बुकिंग न करना ही अच्छा है। अगर को लिंक भेजकर भुगतान करने को कहें तो टाल दें।
तो उपाय क्या है? पुलिस की सलाह है, निर्दिष्ट होटल की साइट पर जाकर, जांच करके तब बुक करें। कोशिश करें गंतव्य पर पहुंचकर रुपए दें। यानी होटल चेक इन करने और चेक आउट के समय ही पेमेंट करें।