एई समय : कोलकाता (Kolkata) में दुर्गा पूजा (Durga Puja 2025) के पास को लेकर एक गिरोह फर्जीवाड़ा कर रहा है। आरोप है कि विभिन्न संस्थाओं के नाम पर नकली पास बनाकर उसे ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। इन शिकायतों के मिलने के बाद अब फोरम फॉर दुर्गोत्सव ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया है।
शुक्रवार रात को हाथीबागान सार्वजनिक पूजा मंडप में फोरम फॉर दुर्गोत्सव का पास लेकर एक युवक अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। पास को देखकर पूजा समिति के सदस्यों को संदेह हुआ। बताया जाता है कि इस बारे में युवक से पूछने पता चला कि उसने ₹600 में सोशल मीडिया पर परिचित एक व्यक्ति से वह पास खरीदा है।
दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर कई पेज खोलकर पूजा पास की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। लेकिन इस तरह के पास सिर्फ मुफ्त में और केवल आमंत्रित लोगों को ही आवंटित किया जा रहा है।
शिकायत है कि कुछ असामाजिक तत्व विभिन्न संस्थाओं के नाम पर नकली पास बनाकर सोशल मीडिया पर इसे बेचने का जाल बिछा रहे हैं। कई लोग अनजाने में ही इस जाल में फंस रहे हैं। पता चला है कि फोरम फॉर दुर्गोत्सव के नाम पर ये नकली पास बनाए जा रहे हैं। इन सभी पास को 300 से 700 रुपये में बेचा जा रहा है। कोई व्यक्ति इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न हो जाए, इसलिए संस्था की ओर से सभी को सावधान करते हुए एक बयान भी जारी किया गया है।
उसमें दावा किया गया है कि अगर कोई इस पास की बिक्री या खरीद से जुड़ा है तो यह पूरी तरह से अवैध है और उस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। पास को लेकर जो धोखाधड़ी हो रही है, उसे फोरम फॉर दुर्गोत्सव कमेटी के एक प्रमुख अधिकारी शाश्वत बसु ने भी स्वीकार किया है। उनका कहना है कि दुर्गा पूजा के पास को लेकर कुछ असामाजिक तत्वों का गिरोह यह कारोबार कर रहा है। हमें इस बात की जानकारी मिली है। हमने साइबर क्राइम में इस बारे में शिकायत करने का फैसला किया है।
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में कहा कि अभी तक इस तरह की कोई लिखित शिकायत हमें नहीं मिली है। अगर शिकायत आती है तो इसकी जरूर जांच की जाएगी। इसके बाद आवश्कतानुसार कानूनी कदम भी उठाए जाएंगे। उक्त अधिकारी ने अनुरोध किया है कि दुर्गा पूजा पास से संबंधित अगर कोई संदिग्ध पोस्ट दिखाई देता है तो तुरंत संबंधित संस्था या पुलिस से संपर्क करें।