अगर ऐप से टिकट खरीद कर मेट्रो में सवार होने के बाद मोबाइल हो जाए बंद? क्या करेंगे तब? जाने यहां

मोबाइल ऐप के माध्यम से अब कोई भी मेट्रो का टिकट खरीद सकता है। लेकिन क्या हो तब, जब मेट्रो में सवार होने के बाद अचानक आपको पता चले कि आपका मोबाइल फोन बंद (Switched Off) हो चुका है?

By Abhirup Datta, Posted By : Moumita Bhattacharya

Sep 27, 2025 14:11 IST

मेट्रो के क्यूआर कोड (QR Code) टिकट की यहीं तो सबसे बड़ी खासियत है। बस हाथ में मोबाइल फोन और उसमें इंटरनेट कनेक्शन रहने पर ही यात्री कोलकाता मेट्रो के किसी भी लाइन पर बड़े ही आराम से आवाजाही कर सकेगा। मोबाइल ऐप के माध्यम से अब कोई भी मेट्रो का टिकट खरीद सकता है। लेकिन क्या हो तब, जब मेट्रो में सवार होने के बाद अचानक आपको पता चले कि आपका मोबाइल फोन बंद (Switched Off) हो चुका है?

आइए इसके साथ ही जान लेते हैं कुछ और सवालों के भी जवाब -

टिकट स्कैन करते समय अगर मोबाइल में इंटरनेट काम न करें?

टिकट खरीद लेने के बाद मेट्रो के मोबाइल ऐप को बंद नहीं करना चाहिए। ऐप को मिनीमाइज करके या सीधा होम बटन से बाहर निकल जाएं। अगर ऐसा करते हैं, तो जैसे ही होम बटन से आप वापस ऐप पर आएंगे, ऑनलाइन बुक किया हुआ टिकट ही सीधा आपके मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देगा। यहां से क्यूआर कोड को आसानी से स्कैन किया जा सकेगा।

अगर टिकट स्कैन करने से पहले ही मोबाइल स्विच्ड ऑफ हो जाए?

स्टेशन पर प्रवेश करने या निकलते समय अगर टिकट स्कैन करने से ठीक पहले ही मोबाइल स्विच्ड ऑफ हो जाता है, तो इससे यात्री मुश्किल में पड़ सकते हैं। कोलकाता मेट्रो के ऐप पर बताया गया है कि अगर प्रवेश करते समय मोबाइल स्विच्ड ऑफ हो जाता है, तो यात्री उस टिकट का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। अगर बाहर निकलते समय टिकट स्कैन करने से पहले मोबाइल स्विच्ड ऑफ हो जाता है, तो ऐसे यात्री को बेटिकट यात्री माना जाएगा।

टिकट बुक होने के बावजूद अगर क्यूआर कोड स्कैन न हो तो?

ऐसी स्थिति में स्कैनिंग गेट पर ज्यादा देर खड़े होकर दूसरे यात्रियों के लिए भी समस्या पैदा न करें। ऐसी समस्या में पड़ने पर स्टेशन सुपरवाइजर या मेट्रो रेल के कर्मचारी से संपर्क कर सकते हैं।

अगर मेट्रो में खो या चोरी हो जाए मोबाइल फोन?

अगर मेट्रो में सफर करने के दौरान आपका मोबाइल फोन खो जाता या चोरी हो जाता है तो उस यात्री बेटिकट यात्री के तौर पर माना जाएगा।

खत्म हो जाए टिकट की समय सीमा?

कोलकाता मेट्रो के हर टिकट की निर्धारित समय सीमा होती है। समय सीमा खत्म होने के बाद टिकट स्कैन कर मेट्रो में सवार नहीं हो सकेंगे। यदि यात्रा के बीच में टिकट की समय सीमा खत्म हो जाती है, तो उस यात्री को 'बेटिकट' यात्री माना जाएगा।

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