पिंजरे में नहीं कैद होकर नहीं स्वतंत्र रूप से जीना चाहता है हर प्राणी, संदेश देता है हावड़ा का यह पूजा पंडाल

इंसान हो या जानवर, हर जीव खुली हवा में सांस लेना चाहता है। एक स्वतंत्र और मुक्त जीवन जीना चाहता है। इसलिए उन्हें मुक्त करने का संदेश देने के लिए ही इस साल हावड़ा के नतुन पल्ली सार्वजनिक का थीम 'मुक्ति' रखा गया है।

By Rinika Roy Chowdhury, Posted By : Moumita Bhattacharya

Sep 29, 2025 18:59 IST

इंसान से लेकर जानवर तक, हर किसी को इस दुनिया में जीने का बराबर अधिकार है। लेकिन कई बार लोग घरों में पालतू बनाने के लिए जंगली जानवरों और पक्षियों को पिंजरे में कैद करके रखते हैं। लेकिन इंसान हो या जानवर, हर जीव खुली हवा में सांस लेना चाहता है। एक स्वतंत्र और मुक्त जीवन जीना चाहता है। इसलिए उन्हें मुक्त करने का संदेश देने के लिए ही इस साल हावड़ा के नतुन पल्ली सार्वजनिक का थीम 'मुक्ति' रखा गया है।

इस साल यह पूजा कमेटी 57वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। अपने क्लब की दुर्गा पूजा के बारे में अध्यक्ष और हावड़ा नगर निगम के उप मुख्य प्रशासक सैकत चौधरी का कहना है कि इंसान हो या जानवर स्वतंत्र और मुक्त जीवन जीना चाहता है। हमने उस मुक्ति के प्रतीक के रूप में बिना दरवाजे वाले पिंजरे और खुले पिंजरे का इस्तेमाल किया है। यहां से असंख्य पक्षियों की मुक्ति की आवाज उठायी जा रही है।'

हालांकि इस पंडाल को सुंदर तरीके से सजाने के लिए इस दुर्गा पूजा कमेटी के आयोजकों ने विभिन्न प्रकार के पेड़, पत्तों जैसी पर्यावरण अनुकूल सामग्री का उपयोग किया है। सैकत चौधरी का कहना है कि हम इस बार की दुर्गा पूजा में लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि हम अपनी खुशी के लिए किसी भी जंगली जानवर या पक्षी को अब पिंजरे में कैद नहीं करेंगे।

साथ ही बड़े पैमाने पर लड़ाई, युद्ध, साम्राज्यवादी आक्रमण, सांप्रदायिक हिंसा से धर्म, वर्ण, जाति और देश को बिना किसी भेदभाव के मुक्ति चाहते हैं। दुनिया में शांति स्थापित हो। मानवता की मुक्ति की शुरुआत हो। मां दुर्गा सभी जीवों का कल्याण करें।' पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन करने और पंडाल की शानदार सजावट को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़नी शुरू हो चुकी है।

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