नयी दिल्लीः नवंबर महीने में चीन से माल निर्यात में जबरदस्त उछाल आया। ट्रंप टैरिफ के दबाव को सहते हुए भी माल का निर्यात उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। इसके चलते पहली बार चीन का ट्रेड सरप्लस 100 बिलियन डॉलर की सीमा पार कर गया। बन गया एक नया रिकॉर्ड। अक्टूबर महीने में चीन के निर्यात को झटका लगा था। इसके कारण ट्रेड सरप्लस भी कम हुआ था। नवंबर महीने में यह फिर उभरकर सामने आया और उभरने के साथ-साथ अनुमानों को भी पीछे छोड़ दिया।
चीन से माल निर्यात की मात्रा नवंबर महीने में पिछले साल की तुलना में 5.9 प्रतिशत बढ़कर 330.35 बिलियन डॉलर या 33 हजार 35 करोड़ डॉलर हो गई। सोमवार को चीन के कस्टम विभाग ने यह रिपोर्ट जारी की। नवंबर में विभिन्न देशों से चीन ने 218.67 बिलियन या 21 हजार 867 करोड़ डॉलर का माल आयात किया जो पिछले साल की तुलना में 1.9 प्रतिशत बढ़ा है। इसका मतलब अक्टूबर महीने की तुलना में चीन के आयात की तुलना में निर्यात की मात्रा बढ़ी है। इसके चलते ट्रेड सरप्लस बढ़कर 111.68 बिलियन डॉलर या 11 हजार 168 करोड़ डॉलर हो गया है।
इस वृद्धि के बारे में पिनपॉइंट एसेट मैनेजमेंट के चीफ इकॉनॉमिस्ट और प्रेसिडेंट झीवेई झांग ने कहा, “नवंबर में निर्यात में वृद्धि कमजोर घरेलू मांग का मुकाबला करने में बेहद सहायक रही है।” इस वर्ष चीन की अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद भी उन्होंने जताई।
ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के चलते इस वर्ष विश्व व्यापार में अस्थिरता पैदा हुई है। अक्टूबर महीने में चीन के निर्यात को भी झटका लगा था। टैरिफ की वजह से चीन से अमेरिका में माल निर्यात कम हुआ। अक्टूबर में यह 25.2 प्रतिशत कम हुआ था। नवंबर में भी यह घटा है। इसके बावजूद चीन कुल निर्यात की मात्रा बढ़ाने में सक्षम रहा। इसी कारण ट्रेड सरप्लस भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।