नई दिल्ली : चांदी के दाम और भी ऊँचाई पर पहुँच गए है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस कीमती धातु ने नया रिकॉर्ड बनाया। 2025 में पूरी दुनिया ने चांदी के दाम में भारी वृद्धि देखी है। शुक्रवार को 5 प्रतिशत की बढ़त के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति आउंस चांदी का दाम 75 डॉलर पार कर गया। यह पहली बार है कि प्रति आउंस चांदी का दाम 75 डॉलर के आंकड़े को पार कर गया।
इस वर्ष निवेशकों को चांदी से जो रिटर्न मिला है उसने सोने की चमक को भी फीका कर दिया है। पिछले एक साल में चांदी के दाम में 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले 6 महीनों में दाम लगभग 99 प्रतिशत बढ़ा। पिछले तीन महीनों में 59 प्रतिशत और पिछले एक महीने में 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। भारत के बाजार में भी प्रति किलो चांदी का दाम 2 लाख रुपये के स्तर को पार कर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को कोलकाता बाजार में प्रति किलो चांदी का दाम 2 लाख 21 हजार 500 रुपये रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ोतरी के कारण आने वाले दिनों में दाम और बढ़ सकते हैं।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के दाम में इस नए मील के पत्थर का कुछ मनोवैज्ञानिक महत्व भी है। विशेषज्ञों के अनुसार इस मूल्य वृद्धि के पीछे कई कारक काम कर रहे हैं। मैक्रोइकॉनमिक कारणों के साथ-साथ बाजार-केंद्रित विभिन्न मुद्दे भी दाम बढ़ने का कारण बने हैं। इसके अलावा अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच हाल की तनावपूर्ण स्थिति ने निवेशकों में चांदी की मांग बढ़ा दी है और विशेषज्ञों का मानना है कि इसका असर भी चांदी के दाम पर पड़ रहा है।