साल 2025 में 144 सालों बाद प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया गया था। अगले साल यानी 2026 में प्रयागराज में कुंभ अथवा महाकुंभ किसी का भी आयोजन नहीं किया जाएगा लेकिन यहां माघ मेले का महत्व उससे कुछ कम नहीं हैं। हर साल पौष पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक माघ मेला का आयोजन किया जाता है।
मान्यताओं के अनुसार माघ मेले में गंगा स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। इस साल माघ मेले में 75 साल बाद एक शुभ संयोग बनने जा रहा है।
कब से शुरू होगा माघ मेला?
अगले साल यानी 2026 में प्रयागराज में माघ मेला 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा तिथि से शुरू होगा। यह मेला 15 फरवरी 2026 तक चलेगा।
क्या है माघ मेले का धार्मिक महत्व?
माघ मेला 2026 के पहले रविवार यानी 4 जनवरी को शुरू होगा। इस दिन बहुत ही शुभ पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा। इसके साथ ही मकर संक्रांति के शाही स्नान का दिन शनि के नक्षत्र अनुराधा का दिन होगा। इसका मतलब है कि जिस दिन सूर्य शनि की राशि मकर में प्रवेश करेगा, उस दिन शनि के नक्षत्र अनुराधा का प्रभाव रहेगा। इस कारण इस साल मकर संक्रांति के स्नान का खास महत्व होता है। सूर्य और शनि का शुभ प्रभाव रहेगा।
क्या संक्रांति का स्नान 2 दिन का होगा?
2026 में सूर्य 14 जनवरी को दोपहर 3 बजे के बाद मकर संक्रांति में प्रवेश करेगा। इसलिए संक्रांति का शाही स्नान 15 जनवरी की सुबह होगा। इसलिए अगले साल कुछ जगहों पर संक्रांति का स्नान 14 जनवरी को होगा और कुछ जगहों पर 15 जनवरी को होगा। माघ मेला कोई आम धार्मिक आयोजन नहीं है। माघ मेला आत्मिक शुद्धि के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समय गंगा में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
माघ मेले की महत्वपूर्ण तारीखें
पौष पूर्णिमा : 3 जनवरी 2026
मकर संक्रांति : 14 जनवरी 2026
मौनी अमावस्या : 18 जनवरी 2026
बसंत पंचमी : 23 जनवरी 2026
माघी पूर्णिमा : 1 फरवरी 2026
महाशिवरात्रि : 15 फरवरी 2026