दुर्गापुर के निजी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टरी की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना से राज्य भर में हलचल मच गयी है। पीड़िता छात्रा के पिता ने सुरक्षा कारणों से अपनी बेटी को पश्चिम बंगाल में न रखने का फैसला लिया है। अब इस पूरे कांड को लेकर आसनसोल दुर्गापुर के पुलिस कमिश्नर सुनील चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है। मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन कर उन्होंने इस घटना के बाद अब तक पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत एफआईआर (FIR) दर्ज की गयी। इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों ने पीड़िता युवती का मोबाइल फोन भी छीन लिया था। पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है। पांचों आरोपियों और घटना के दिन पीड़िता युवती कॉलेज परिसर से जिस सहपाठी के साथ बाहर निकली थी, उसे लेकर पुलिस ने घटना का नाट्य रूपांतरण भी किया है।
इसके बाद सुनील चौधरी ने बताया, 'टेक्नीकल सबूत और पीड़िता के बयानों के अनुसार एक आरोपी ने ही दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इस घृणित अपराध के साथ अन्य आरोपियों का क्या संपर्क है, इस बारे में अभी जांच की जा रही है।' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी फॉरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट आना बाकी है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पीड़िता के सहपाठी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। उन्होंने बताया कि सहपाठी के कपड़े जब्त किए गए हैं और उन्हें जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि इस घटना में अभी तक बहुत सारे रिपोर्ट मिलने अभी बाकी ही हैं।
गौरतलब है कि गत शुक्रवार की रात को करीब 9 बजे एक सहपाठी के साथ पीड़िता छात्रा कॉलेज परिसर से बाहर निकली थी। आरोप है कि इस समय जंगल में जबरदस्ती खींचकर ले जाकर उससे दुष्कर्म किया गया था। इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पीड़िता के सहपाठी से भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है।