दुर्गापुर की निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही अब तक इस मामले में गिरफ्तार कुल आरोपियों की संख्या 5 हो गयी है। शुक्रवार को पांचों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिक तौर पर शिकायत दर्ज करवायी गयी थी। गिरफ्तार आरोपियों में से एक दुर्गापुर निगम के विद्युत विभाग का अस्थायी कर्मी भी बताया जाता है। अभी तक पीड़िता युवती का सहपाठी, मेडिकल कॉलेज का एक अन्य छात्र भी पुलिस की हिरासत में ही है।
सोमवार की इस घटना ने दुर्गापुर का माहौल गर्म कर दिया है। भाजपा ने सामूहिक दुष्कर्म के इस आरोप के सामने आने के बाद से ही राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। पीड़िता छात्रा के पिता से पश्चिम बंगाल विधानसभा के विरोधी पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बात की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पीड़िता के परिवार से अब तक सीधे बात न करने के मुद्दे को उन्होंने उछाला। हालांकि पश्चिम वर्धमान तृणमूल जिला सभापति नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने बताया कि इस आरोप के सामने आने के बाद शुरुआत से ही राज्य के दो मंत्री मलय घटक व प्रदीप मजूमदार पुलिस से नियमित रूप से संपर्क में हैं।
दूसरी तरफ उत्तर बंगाल जाने से पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि किसी भी आरोपी को छूट नहीं दी जाएगी। पुलिस को उसी के आधार पर आदेश भी दिया जा चुका है। हालांकि पीड़िता के पिता का कहना है कि वह अपनी बेटी को बंगाल में नहीं रखना चाहते हैं।
गौरतलब है कि गत शुक्रवार की रात को करीब 9 बजे पीड़िता छात्रा अपने एक सहपाठी के साथ कॉलेज परिसर से बाहर निकली थी। आरोप है कि उसी समय उसे खींचकर पास के जंगल में ले जाकर उससे सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। पीड़िता की स्थिति इस समय बेहद गंभीर बतायी जाती है, जिसे अस्पताल में इलाज चल रहा है। रविवार को उसके पिता ने बताया कि उनकी बेटी अभी भी बिस्तर से उठ नहीं पा रही है।