धन त्रयोदशी या धनतेरस पर घर की मंगलकामना के लिए कीमती धातु खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है। सोना-चांदी जैसी धातुओं की कीमत बढ़ने की वजह से इस साल सोने की दुकानों में भीड़ थोड़ा कम ही नजर आ रहा है। धनतेरस पर गहने खरीदने की इच्छा होने के बावजूद भी कीमत सुनकर लोग पीछे हटने पर मजबूर हो जा रहे हैं। इस वजह से इस साल दरिद्रता को दूर भगाने के लिए लोग झाड़ू या नमक खरीदकर ही धनतेरस की खरीदारी की इच्छा पूरी कर रहे हैं।
इस साल शनिवार और रविवार दो दिन धनतेरस की तिथि पड़ी है। धनतेरस के अवसर पर लक्ष्मी, धन्वंतरी और धन-संपदा के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। प्रचलित मान्यता के अनुसार देवी लक्ष्मी साफ-सफाई और शुद्धता पसंद करती हैं। इसीलिए देवी को संतुष्ट करने के लिए धनतेरस पर कई लोग झाड़ू खरीदते हैं। साथ ही कई लोग मानते हैं कि धनतेरस पर नमक खरीदने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। परिवार सुख-समृद्धि से भर जाता है। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि नमक खरीदने से अशुभ शक्तियों से भी परिवार की रक्षा हो सकती है।
त्योहारों का सीजन शुरू होने से पहले इस साल अगस्त से ही देश में सोने की कीमत बढ़ने लगी थी। पिछले एक-दो दिनों सोने की कीमतों में काफी इजाफा हो गया है। 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम ₹3,150 बढ़ गयी है। 22 कैरेट गहनों के सोने की कीमत भी ₹3000 बढ़ी है। हालांकि चांदी की कीमतों में थोड़ी कमी आयी है। प्रति किलो चांदी की कीमत ₹2,050 कम हुई है।
शनिवार को 24 कैरेट शुद्ध सोने के बार की कीमत 1 लाख 30 हजार 950 रुपये (प्रति 10 ग्राम), खुदरा शुद्ध सोने के 10 ग्राम की कीमत 1 लाख 21 हजार 600 रुपये थी। हॉलमार्क युक्त 22 कैरेट गहनों के सोने की प्रति 10 ग्राम कीमत 1 लाख 25 हजार 100 रुपये और प्रति किलो खुदरा चांदी की कीमत 1 लाख 73 हजार 700 रुपये थी। खरीदने से पहले इस कीमत के साथ जीएसटी और मजदूरी भी जुड़ेगी। इसलिए सब मिलाकर सोना-चांदी खरीदने पर मध्यमवर्गीय जेब पर जो दबाव पड़ेगा वह कहने की जरूरत नहीं है। इसी कारण सोने की बजाय नमक और झाड़ू खरीदने की भीड़ बाजार में बढ़ रही है।
तमलुक के स्वर्ण व्यापारी विक्रम मजूमदार का कहना है कि वर्तमान समय में सोना और चांदी की कीमतें काफी बढ़ गई है। इसलिए मध्यमवर्गीय लोग चाह कर भी ज्यादा कीमत होने की वजह से सोना नहीं खरीद पा रहे हैं। एक अन्य व्यापारी परितोष दास का कहना है कि इस साल झाड़ू की मांग बढ़ी है। इसलिए आपूर्ति के लिए तरह-तरह की और अलग कीमत के झाड़ू दुकान में रख रहे हैं। हालांकि खरीदारों की भी शिकायत है कि मौके का फायदा उठाकर व्यापारियों ने झाड़ू की कीमत भी बढ़ा दी है। जो झाड़ू सामान्य दिनों में ₹50-60 में बिकता है, अब उसी झाड़ू की कीमत ₹100-150 पर पहुंच गयी है।