नैहाटी विधानसभा केंद्र की वोटर लिस्ट में पाकिस्तान के कराची निवासी महिला का नाम! बैरकपुर के पूर्व सांसद व भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने यह आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि नैहाटी के वार्ड नंबर 8 में रहने वाले एक व्यक्ति की पत्नी पाकिस्तानी नागरिक होने के बावजूद उसका नाम वोटर लिस्ट में है। इसे लेकर तृणमूल और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है।
क्या है पूरा मामला?
मोहम्मद इमरान नैहाटी विधानसभा केंद्र के 8 नंबर वार्ड के गौरीपुर एटी घोष लेन के निवासी हैं। उनकी पत्नी का नाम सलेहा खातून है। अर्जुन सिंह का आरोप है कि सलेहा पाकिस्तान के कराची की रहने वाली हैं। वह पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत आयी थी। उसके बाद यहां अपने दस्तावेज बनवाकर वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करवा लिया। अर्जुन सिंह का आरोप है, 'SIR को लेकर डराया-धमकाया जा रहा है। दूसरी तरफ यहां ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं। पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत आयी थी, यहां आकर भारतीय बनकर रह गयी है।'
तृणमूल विधायक ने स्वीकारा
कागजात दिखाकर अर्जुन सिंह ने दावा किया है कि नैहाटी विधानसभा केंद्र के वोटर लिस्ट में 115वें पार्ट में सलेहा खातून इमरान का नाम है। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना की सत्यता नैहाटी के तृणमूल विधायक सनत दे ने स्वीकार भी कर ली है। हालांकि उनका दावा है कि वर्ष 1999 में मोहम्मद इमरान के साथ सलेहा की शादी हुई थी।
उन्होंने बताया कि उस समय इमरान दुबई में रहते थे, जिस दौरान किसी प्रकार से सलेहा के साथ उनका परिचय हुआ था। दोनों ने शादी कर ली। सनत दे का कहना है कि पिछले 28 सालों से यह दंपति नैहाटी में रह रहा है। उनका दावा है कि वोटर लिस्ट में कैसे इनका नाम शामिल किया गया, यह तो चुनाव आयोग ही बता सकता है। क्योंकि वोटर लिस्ट वहीं बनाते हैं।
परिवार का दावा
मोहम्मद इमरान ने स्वीकार किया है कि उनकी पत्नी पाकिस्तानी नागरिक हैं। उनका दावा है कि बार-बार वीजा लेकर उनकी पत्नी भारत में थी। लेकिन आखिरी बार उनके वीजा का आवेदन खारिज कर दिया गया। इसके साथ ही उनका दावा है कि पिछले लंबे समय से ही वोटर लिस्ट में सलेहा का नाम शामिल है। हालांकि मोहम्मद इमरान ने अपनी पत्नी को मीडिया के सामने लाने से इनकार कर दिया है।
इस मामले के सामने आने के बाद से ही एक बार फिर से राजनैतिक पारा चढ़ता जा रहा है। अगर कोई पाकिस्तानी नागरिक शादी के बाद भारत में रहती है, तब भी उसका नाम वोटर लिस्ट में कैसे शामिल किया गया है? बार-बार यह सवाल ही उठाया जा रहा है। इसके साथ ही यह भी सवाल उठ रहा है कि वीजा का आवेदन खारिज होने के बाद कैसे कोई पाकिस्तानी नागरिक भारत में रह सकता है?