अगर क्रिसमस वाले दिन यानी 25 दिसंबर, 31 दिसंबर अथवा नववर्ष के दिन यानी 1 जनवरी या 26 जनवरी जैसे खास दिनों पर अपने घर के आसपास मौजूद जंगली क्षेत्रों में पिकनिक मनाने की योजना आप और आपके दोस्त व परिवार के सदस्य बना रहे हैं तो ध्यान दें। पिछले साल की तरह इस साल अपने अधीनस्थ जंगली क्षेत्रों में पिकनिक करने पर वन विभाग ने पाबंदी लगा दी है।
जानकारी के मुताबिक वन विभाग इस बाबत निगरानी के साथ-साथ जागरूकता के लिए प्रचार भी करेगी। स्थानीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिकनिक की पाबंदी से संबंधित पोस्टर लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
पोस्टर के अलावा माइक से भी इस बारे में प्रचार किया जा रहा है। साथ ही जंगल के सभी पिकनिक स्पॉट पर वन विभाग और पुलिस की ओर से संयुक्त रूप से शिविर लगाकर निगरानी की जा रही है। बालुरघाट में डांगा और दोगाछी के जंगल हैं। इसके अलावा तपन में पहाड़पुर और गोफानगर फॉरेस्ट भी हैं। कुमारगंज में कुमारगंज जंगली इलाका मौजूद है। पहले इन सभी जगहों पर पिकनिक मनाने आने वाले लोगों की भारी भीड़ उमड़ती थी। लेकिन...
आरोप लगाया जाता है कि यहां तेज आवाज में डीजे बजाने के साथ ही जंगल के पूरे इलाके में गंदगी फैलायी जाती थी। इस वजह से जंगल में रहने वाले जीव-जन्तुओं को काफी परेशानी होती थी। इस वजह से ही वन विभाग ने यहां पिकनिक मनाने पर निषेधाज्ञा जारी कर दी है। इस बारे में बालुरघाट निवासियों का कहना है कि पिछले कुछ सालों से जंगली क्षेत्रों में पिकनिक मनाने नहीं दिया जाता है। अब अगर कोई पिकनिक पर जाना चाहता है तो उसके लिए एकमात्र विकल्प डांगी का ही बचता है। प्रशासन को भी इस तरह ध्यान देना चाहिए।
वहीं मीडिया से बात करते हुए बालुरघाट वन विभाग के रेंजर तापस कुंडू का कहना है कि विभाग के अधीनस्थ जो जंगल हैं, वहां पिकनिक की अनुमति बिल्कुल नहीं दी जाएगी। इस बारे में हम पोस्टर लगाकर लोगों में जागरूकता फैलाएंगे। पिकनिक के सीजन में हमारे कर्मचारी और पुलिस संयुक्त रूप से निगरानी करेंगे।