मयनागुड़ी: धार्मिक रीति पालन करने निकला एक व्यक्ति लगभग 40 साल बाद घर लौटा। उसका नाम मोहम्मद सलमान है। घर जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी ब्लॉक के राजारहाट मोड़ इलाके में है। हालांकि वह अब उत्तराखंड का निवासी है। 17 साल पहले सलमान के पिता सोफिया रहमान ने उन्हें 'चिल्ला' (मुसलमानों की एक धार्मिक रीति) करने दिल्ली भेज दिया था। 37 दिन बाद वह घर वापस आ गया लेकिन नियम के अनुसार 40 दिन नहीं होने पर उनके पिता ने उसे फिर से 'चिल्ला' करने दिल्ली भेज दिया। इसके बाद सलमान वापस नहीं आया। बहुत खोजबीन करने पर भी घर के लोगों को उसका पता नहीं चला।
मंगलवार को अचानक उसके घर आने पर पहले सभी हैरान रह गए। बाद में परिवार के सदस्य खुशी में झूम उठे। खबर पाकर बहुत से लोग सलमान को देखने आए। सलमान की मां सोलेमा खातून कहती हैं, 'बेटे को फिर से देख पाऊंगी यह कभी नहीं सोचा था।' भाई सफिउल्लाह आलम कहते हैं, 'भाई को बहुत खोजा लेकिन नहीं मिला। आज भाई को पाकर सभी खुश हैं।' सलमान कहता हैं, 'दूसरी बार दिल्ली जाने के बाद मेरे साथ कुछ हुआ। जिसके कारण उस समय की बात मुझे कुछ भी याद नहीं है।'
उन्होंने बताया कि दिल्ली के एक अस्पताल में उसका काफी दिनों तक इलाज चला। बाद में वहां से स्वस्थ होकर एक व्यक्ति के साथ उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के पीरान कलियार चला गया। अब वह वहां जिलाधिकारी के कार्यालय में अस्थायी कर्मचारी है। सात दिन की छुट्टी लेकर सलमान घर आया है। इसके बाद फिर उत्तराखंड वापस चला जायेगा। इधर सलमान को लेकर हंगामा होने पर भोटपट्टी थाने की पुलिस ने उसे बुलाया। उनकी नागरिकता की जांच करके पुलिस ने छोड़ दिया। कुछ लोगों को संदेह है कि सलमान के पास दस्तावेज नहीं थे जिसकी वजह से उसे वापस घर आने को मजबूर होना पड़ा।