स्वास्थ्य विभाग में भर्ती में ढिलाई क्यों?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सवाल- “अब जब कानूनी अड़चन खत्म हो गई, फिर भी देरी क्यों?”

By अनिर्बाण घोष, Posted by: श्वेता सिंह

Nov 12, 2025 12:12 IST

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वास्थ्य सचिव को भर्ती के मामले में ढिलाई खत्म कर काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड को तुरंत काम में गति लानी चाहिए और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाना चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग पर मुख्यमंत्री की सख्त नजर

सरकार के जिन विभागों को मुख्यमंत्री सबसे अधिक प्राथमिकता देती हैं, उनमें स्वास्थ्य विभाग शीर्ष पर है। इसलिए उन्होंने इसका मंत्रालय किसी और को नहीं, खुद अपने पास रखा है। इसी विभाग में भर्ती प्रक्रिया में हो रही सुस्ती पर अब मुख्यमंत्री ने नाराज़गी जताई है।

मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में 110 मोबाइल मेडिकल वैन के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम से जवाब मांगा। उन्होंने स्पष्ट कहा, “भर्ती में इतनी देर क्यों हो रही है? अदालत की कानूनी बाधा खत्म हो चुकी है, फिर भी देरी क्यों? हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड को कहिए, वे अपने काम में तेजी लाएं।”

14 साल की उपलब्धियां और नई भर्ती की जरूरत

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पिछले 14 वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए ढांचागत विकास की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान बड़ी संख्या में डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है।

हालांकि नई भर्तियों में हो रही देरी को लेकर उन्होंने असंतोष जाहिर किया और तत्काल सुधार के निर्देश दिए।

नए पदों पर होने जा रही है भर्ती

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, डेढ़ महीने पहले ही हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड ने डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था।

स्वास्थ्य भवन के सूत्र ने बताया कि केवल डॉक्टर और नर्स ही नहीं बल्कि मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट और फार्मासिस्ट सहित कई अन्य पदों पर भी भर्ती की जाएगी। सरकार बहुत जल्द 1400 डॉक्टर, 5000 से अधिक नर्सें, 196 लैब टेक्नोलॉजिस्ट, 15 सीसीयू टेक्नोलॉजिस्ट, 8 मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट और 5 ऑडियोमेट्रिस्ट की नियुक्ति करेगी।

मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिया कि भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाकर राज्य के अस्पतालों में स्टाफ की कमी दूर की जाए और जनता को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।

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