स्वर्ण व्यवसायी स्वपन कामिल्या (48) अपहरण व हत्याकांड के मामले में उत्तर बंगाल के राजगंज के BDO प्रशांत बर्मन को बारासात अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी थी। अब प्रशांत बर्मन को दी गयी अग्रिम जमानत के विरोध में पुलिस ने हाई कोर्ट (Calcutta High Court) का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस का आरोप है कि फर्जी दस्तावेज देकर उन्होंने निचली अदालत से अग्रिम जमानत हासिल कर ली है। पुलिस के आरोप के बाद अब प्रशांत बर्मन पर दबाव काफी बढ़ने वाला है।
गौरतलब है कि 28 अक्टूबर को साल्टलेक के दत्ताबाद के स्वर्ण व्यवसायी स्वपन कामिल्या के अपहरण का मामला सामने आया था। 29 अक्तूबर को स्वपन कामिल्या की लाश यात्रागाछी के बागजोला खालपार से बरामद की गयी थी। 31 अक्तूबर को मृतक के परिवार ने विधाननगर दक्षिण थाना में BDO और उसके कुछ साथियों के खिलाफ अपहरण व हत्या का मामला दायर किया गया।
इस मामले में पुलिस पहले ही राजगंज के BDO प्रशांत बर्मन के ड्राइवर राजू ढाली और उत्तर बंगाल के एक ठेकेदार तूफान थापा को गिरफ्तार कर चुकी है। घटना की जांच की जिम्मेदारी विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की जासूसी विभाग ने अपने कंधों पर उठा ली है। स्वर्ण व्यवसायी की हत्या के मामले में पुलिस ने तृणमूल के बहिष्कृत नेता सजल सरकार और उनके ड्राइवर गोविंद सरकार, विवेकानंद सरकार को गिरफ्तार किया है।
हालांकि स्वर्ण व्यवसायी के परिजनों ने शुरुआत से ही BDO को गिरफ्तार करने की मांग की थी। लेकिन उन्हें निचली अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी थी। ऐसी स्थिति में अब पुलिस ने BDO को मिली अग्रिम जमानत के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसे जानकार काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं।