राज्य में SIR प्रक्रिया का दूसरा चरण यानी सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ऐसी स्थिति में एक बार फिर से BLO ऐप में विकल्प में बदलाव किया गया है। रविवार की सुबह यह परिवर्तन ऐप में दिखा। मिली जानकारी के अनुसार ‘Re-verify logical discrepancies’ विकल्प को बदला गया है। इस विकल्प को बदलकर ‘Logical Discrepancies’ किया गया है।
रविवार को BLO को एक नयी सूची भी भेजी गयी है। इसमें उन लोगों के नाम शामिल हैं जिनका तीन प्रकार के discrepancy में नाम है। बताया जाता है कि इन लोगों को सुनवाई के लिए नहीं बुलाया जाएगा। मुख्य रूप से जिन लोगों का खुद का नाम साल 2002 की मतदाता सूची में तो है लेकिन मिसमैच दिखा रहा है, जिनका प्रॉजेनी लिंक है लेकिन मिसमैच दिखा रहा है और जिनके नाम की स्पेलिंग में हल्की समस्या है।
मतदान कर्मी और BLO ऐक मंच के सचिव स्वप्न मंडल ने बताया कि इन तीनों में मामलों में BLO को मतदाताओं के घर जाकर दस्तावेज और फोटो लेकर BLO ऐप में अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि इससे बड़ी संख्या में वैध मतदाताओं के मन का डर दूर होगा।
बता दें, 30 दिसंबर को राज्य में पश्चिम बंगाल के डिप्टी चुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारत आने वाले हैं। SIR की सुनवाई से जुड़े कार्यों का वह निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही वह राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ आपातकालिन बैठक भी करेंगे। संभावना जतायी जा रही है कि सुनवाई की प्रक्रिया के बारे में भी वह पूछताछ कर सकते हैं। इस वजह से विशेष पर्यवेक्षण समूह विभिन्न जगहों पर भी घूम रहा है। इस बीच BLO ऐप में एक बार फिर से बदलाव किया गया है।