🔔 ताज़ा ख़बरें सबसे पहले!

Samachar EiSamay की ब्रेकिंग न्यूज़, राजनीति, खेल, मनोरंजन और बिज़नेस अपडेट अब सीधे आपके पास।

उत्तर प्रदेश के पुलिस बैठक में योगी आदित्यनाथ ने ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ और विज़न 2047 पर दिया ज़ोर

By प्रियंका कानू

Dec 28, 2025 18:21 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित ‘पुलिस मंथन’ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन–2025 के दूसरे दिन हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट पुलिसिंग और विज़न 2047 को लागू करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में तैयार किया गया व्यापक रोडमैप उत्तर प्रदेश में एक आधुनिक, सक्षम और आत्मनिर्भर पुलिस बल के निर्माण के लिए अहम संदर्भ दस्तावेज साबित होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्मार्ट पुलिसिंग और विज़न 2047 को साकार करने के लिए पिछले दो दिनों में जो रोडमैप तैयार हुआ है, वह एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के लिए आवश्यक पुलिस बल की रूपरेखा तय करता है। यहां जिन 11 सत्रों पर विस्तार से विचार किया गया, वे भविष्य की हमारी कार्ययोजना और रणनीति के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सम्मेलन के दौरान आयोजित सम्मान समारोह के माध्यम से विभिन्न वर्षों में मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित उत्तर प्रदेश पुलिस और उसकी विभिन्न इकाइयों के अधिकारियों को सम्मानित किया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई दी।

योगी आदित्यनाथ ने आधुनिक चुनौतियों से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए 2020 में शुरू किए गए ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि यह पहल महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, साइबर अपराध, पुलिस आचरण और नैतिकता, लगभग चार लाख पुलिसकर्मियों वाले बल के लिए आधारभूत संरचना, आपदा प्रबंधन, खुफिया तंत्र, नेपाल सीमा की सुरक्षा, आतंकवाद और मानव तस्करी जैसे विषयों पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस समय की मांग के अनुरूप काम कर रही है। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों, पुलिस थानों की वर्तमान संरचना, साइबर अपराध, पुलिस बल के लिए आवश्यक संसाधन, पुलिस व्यवहार और नैतिकता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेंस, होम गार्ड्स, खुफिया तंत्र, नेपाल सीमा सुरक्षा, आतंकवाद और मानव तस्करी पर भी विचार किया गया। ये सभी कदम 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में अहम हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की प्रगति कानून व्यवस्था की बहाली, लंबे समय तक लगने वाले कर्फ्यू की समाप्ति और शासन के प्रति लोगों की सोच बदलने से संभव हुई है। उन्होंने कहा कि अब नागरिक उत्तर प्रदेश में आए बदलाव को महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पहले की तरह अराजकता, अव्यवस्था और लंबे कर्फ्यू जारी रहते तो यह प्रगति संभव नहीं होती। हमने यह धारणा बदली और कानून की मौजूदगी हर व्यक्ति तक पहुंचाई। आज उत्तर प्रदेश में बदलाव को हर नागरिक स्वीकार कर रहा है। देश के 55 प्रतिशत एक्सप्रेसवे अब उत्तर प्रदेश में हैं और मज़बूत आधारभूत ढांचे ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और इस परिवर्तन में अहम भूमिका निभाई है।

Prev Article
उन्नाव रेप केस: दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को सीबीआई ने दी चुनौती
Next Article
जीवित मरीज को मृत घोषित कर दिया, कानपुर अस्पताल के 3 कर्मचारी निलंबित

Articles you may like: