लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ही लखनऊ के राज्य प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री के आगमन के मौके पर सड़क के दोनों ओर फूलों के गमलों से सजावट की गई थी। हालांकि प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों के लौटते ही लोग खुलेआम उन गमलों को चुराकर घर ले जाने लगे। इस घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं, जिसके बाद तीखी निंदा शुरू हो गई है। कई लोगों को कार या स्कूटर से आकर सरकारी फूलों के गमले उठाकर ले जाते हुए देखा गया। इस घटना ने नागरिकों की जिम्मेदारी और नागरिक चेतना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि 17 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी तरह की प्रवृत्ति की कड़ी आलोचना की थी। एक कार्यक्रम में योगी ने कहा था कि 2023 में जी-20 सम्मेलन के दौरान भी सरकार की पहल पर सड़कों को फूलों के गमलों से सजाया गया था लेकिन सम्मेलन खत्म होने से पहले ही कुछ लोग उन गमलों को लेकर फरार हो गए थे।
उस घटना को याद करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोग मर्सिडीज गाड़ी से आकर फूलों के गमले चुरा रहे थे! अगर ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाता तो हमारे ही राज्य की बदनामी होती इसलिए हमने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया बल्कि अलग से बुलाकर सीसीटीवी फुटेज दिखाया था। हालांकि इन सब बातों का क्या फायदा? जानकारों का कहना है कि योगी की दी हुई सीख उनके अपने ही राज्य में किसी ने नहीं अपनाई और इसका ताजा सबूत लखनऊ के प्रेरणा स्थल से फूलों के गमलों की चोरी की यह घटना है।