कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को राज्य सरकार द्वारा कोलकाता में आयोजित व्यापार व उद्योग सम्मेलन के मंच से न्यूटाउन में बनने वाले दुर्गांगन के शिलान्यास की तारीख की भी घोषणा की। 29 दिसंबर को दुर्गांगन का शिलान्यास किया जायेगा। यह कार्यक्रम शाम चार बजे से होगा। मुख्यमंत्री खुद इसका शिलान्यास करेंगी। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में मौजूद उद्योगपतियों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया। कोलकाता से सटे न्यूटाउन में दुर्गांगन बनाने का जिम्मा राज्य सरकार ने हिडको को दिया है।
ममता ने इस साल 21 जुलाई को अपनी पार्टी की वार्षिक शहीद दिवस रैली के मंच से दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर न्यूटाउन में राज्य सरकार की ओर से भव्य दुर्गांगन बनाने की घोषणा की थी। ममता की इस घोषणा के बाद राज्य कैबिनेट ने अगस्त के दूसरे हफ्ते में उस फैसले पर अपनी मुहर लगा दी थी। उसके बाद बिना देर किये राज्य सरकार के हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड (हिडको) ने इसके लिए निविदा आमंत्रित किया। दुर्गांगन न्यूटाउन में इको पार्क के पास रामकृष्ण मिशन के निकट बनेगा।
न्यूटाउन को राज्य की सर्किट टूरिज़्म की योजना लंबे समय से है। इसके पहले ही वहां कुछ दर्शनीय स्थल राज्य सरकार बना चुकी है। अब उस सूची में 'दुर्गांगन' भी शामिल होने जा रहा है। परसों, सोमवार की शाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका शिलान्यास करेंगी। न्यूटाउन बस स्टैंड के दूसरी तरफ साढ़े 12 एकड़ जमीन पर दीघा जगन्नाथ मंदिर के रूप में सांस्कृतिक केंद्र तैयार किया जा रहा है। नवंबर महीने में राज्य मंत्रिमंडल ने जमीन की मंजूरी दे दी थी। सूत्रों के अनुसार, पर्यटन विभाग और हाउसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (HIDCO) संयुक्त रूप से इस परियोजना को लागू करेंगे।
न्यूटाउन के इकोपार्क में पिछले कुछ वर्षों में मदर व्हैक्स म्यूजियम, विश्वबांग्ला गेट, एयरक्राफ्ट म्यूजियम, मिनी चिड़ियाखाना बनाया गया है। इसके अलावा विदेशों की तरह हैप्पी स्ट्रीट, सोनाझुड़ी हाट भी पर्यटकों के लिए नए आकर्षण हैं। पर्यटकों के लिए इकोपार्क में दुनिया के सात अजूबे वास्तुकला के रूप में सात निर्माण बनाए गए हैं। बनने के केवल कुछ महीनों में द्घार जगन्नाथ मंदिर रिकॉर्ड पर्यटक खींच रहा है। अनुमान है, दुर्गांगन भी पर्यटकों के लिए समान रूप से आकर्षण का केंद्र बनेगा।
सूत्रों की खबर के अनुसार, दिघा और न्यूटाउन के बाद राज्य में अन्य स्थानों पर भी इस तरह की सर्किट टूरिज़्म योजना है। सिलीगुड़ी में पहले ही महाकाल मंदिर बनाने का ऐलान मुख्यमंत्री कर चुकी हैं। दुर्गांगन की अनुमानित लागत 261 करोड़ 98 लाख 30 हजार 304 रुपये तय की गई है। 24 महीने, यानी दो साल के भीतर 'दुर्गांगन' का निर्माण पूरे होने की उम्मीद है।