मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया की सुनवाई के मद्देनजर कोलकाता नगर निगम में करीबी रिश्तेदारों के जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की मांग बढ़ रही है। प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कोलकाता नगरपालिका (KMC) ने व्हाट्सएप के माध्यम से चैटबॉट का उपयोग करके स्लॉट बुक करना अनिवार्य कर दिया है।
यही कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। उनके पास अगर स्मार्ट फोन नहीं है तो व्हाट्सएप पर चैटबॉट का उपयोग करना भी संभव नहीं है।
इसलिए जो लोग सामान्य मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, उन्हें खासी परेशानी हो रही है। धर्मतला में एसएन बनर्जी रोड पर स्थित कोलकाता नगर निगम मुख्यालय में जन्म और मृत्यु पंजीकरण विभाग में हर दिन सामान्य मोबाइल इस्तेमाल करने वाले लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। स्मार्ट फोन की तलाश में वे तीन मंजिला इमारत में घूम रहे हैं लेकिन उनके हाथ मायूसी ही लग रही है। दमदम नोआपाड़ा की रहने वाली अर्चना बटब्याल (55) KMC में अपने पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र लेने पहुंची।
अर्चना के पिता का अंतिम संस्कार नीमतला श्मशान घाट पर हुआ था। मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में सुनने के बाद उन्होंने सवाल किया कि मेरे पास स्मार्टफोन नहीं है। फिर मैं मृत्यु प्रमाणपत्र कैसे प्राप्त कर सकती हूं? KMC के एक कर्मचारी द्वारा स्मार्ट फोन का इंतजाम करने का सुझाव देने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे पास तो नहीं है। मुझे पड़ोसियों के स्मार्टफोन से करना होगा। मैं कोशिश करके देखती हूं।
करीब तीन साल पहले जादवपुर के गोपाल चक्रवर्ती के पिता की टॉलीगंज के एमआर बांगुर अस्पताल में मौत हो गई थी। गोपाल चक्रवर्ती का दावा है कि वह पिछले एक महीने से अपने पिता का मृत्यु प्रमाणपत्र प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास स्मार्ट फोन नहीं है। इस काम के लिए मुझे किसी दोस्त से उसका मोबाइल उधार लेना पड़ेगा।
हालांकि KMC के स्वास्थ्य विभाग के एक उच्चाधिकारी का कहना है कि नगर पालिका में स्मार्ट फोन या ऑनलाइन ही नहीं बल्कि खुद जाकर भी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र की कॉपी देने की पद्धति है। हालांकि लोगों का कहना है कि ऑफलाइन माध्यम से जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र प्राप्त करना पहाड़ चढ़ने जैसा है।
गौरतलब है कि नगर पालिका के चैटबॉट से जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र देने के लिए आवेदनों की संख्या 150 से बढ़ाकर 500 कर दी गई है। नगर पालिका मुख्यालय में 20 सेंटर भी खोले गए हैं। नगर निगम ऑफिस से भी प्रमाणपत्र की कॉपी देने का इंतजाम किया गया है। इसके बावजूद काफी लोगों को प्रमाणपत्र की कॉपी लेने में परेशानी हो रही है। नगर पालिका सूत्रों का दावा है कि कई बार चैटबॉट से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने के बाद बुकिंग 'फेक' बताकर कैंसिल कर दी जा रही है। इस वजह से भी लोगों की परेशानी बढ़ रही है।