पश्चिम बंगाल के CEO मनोज अग्रवाल की सुरक्षा बढ़ायी गयी। अब उन्हें 'Y श्रेणी' की सुरक्षा मुहैया करवायी गयी है। पर अचानक क्यों उनकी सुरक्षा बढ़ायी गयी है? पिछले कुछ दिनों से बीबीडी बाग में स्थित चुनाव आयोग के ऑफिस का घेराव और वहां हंगामे की कई तस्वीरें सामने आयी है।
CEO से बात करने की मांग पर पिछले कुछ समय से परिस्थिति काफी बिगड़ भी चुकी है। अब सुनवाई के दौरान CEO ऑफिस और राज्य के CEO की सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए ही अब उनकी सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
शनिवार से ही राज्य के CEO ऑफिस में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। इसका मतलब है कि शनिवार से राज्य के चुनाव आयोग के सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय वाहिनी ने अपने कंधों पर उठा लिया है। मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग की ओर से गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था। उसके बाद चुनाव आयोग की सुरक्षा में केंद्रीय वाहिनी को तैनात किया गया है।
वहीं 30 दिसंबर की सुबह 9 बजे पश्चिम बंगाल के भार प्राप्त सीनियर डेप्यूटी चुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारती राज्य में आने वाले हैं। राज्य चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ SIR की सुनवाई के काम का निरीक्षण के साथ ही आपातकालिन बैठक भी करेंगे। वह 31 दिसंबर को वापस दिल्ली लौट जाएंगे।