साल 2026 में विधानसभा चुनाव को तैयारियां चल रही हैं। उससे ठीक पहले मुख्य चुनाव आयोग ने राज्य में वोटर लिस्ट की SIR की घोषणा की है। राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी ने वैध मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से काट देने का आरोप लगाया है। लेकिन SIR होने के बावजूद तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) सीटों की संख्या बढ़ने को लेकर आश्वस्त हैं।
मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'भाजपा (BJP) कह रही है कि अगर SIR होता है तो तृणमूल हार जाएगी। अगर भाजपा में हिम्मत है तो चुनौती स्वीकार करें। SIR होने के बाद भी वर्ष 2021 में तृणमूल कांग्रेस को जितनी सीटें मिली थी, साल 2026 में उससे एक ही सही लेकिन बढ़ेगी। घटने की कोई सवाल ही नहीं है। और भाजपा को 50 सीटों पर समेट ही दिया जाएगा। अगर हिम्मत है तो चुनौती को स्वीकार करें।'
बनर्जी ने आगे कहा कि भाजपा नेता मीडिया को बुलाकर कम से कम एक बार यह कहें कि वे 2026 के चुनाव में हारते हैं और तृणमूल की सीटों की संख्या बढ़ती है तो राज्य का जो 2 लाख करोड़ रुपया बकाया केंद्र सरकार रोक कर रखी हैं, उसे रिलीज कर देगी। राजनीतिक जानकार चुनाव से ठीक पहले अभिषेक बनर्जी की इस चुनौती को काफी महत्वपूर्ण करार दे रहे हैं।
मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान पानीहाटी में प्रदीप कर की आत्महत्या की घटना को लेकर भी उन्होंने पलटवार किया। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उनके परिवार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि SIR की घोषणा होने के बाद से ही वह NRC को लेकर घबरा रहे थे। इसके बाद उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, 'और कितने लोगों का खून बहाना हैं ज्ञानेश कुमार, अमित शाह?'