साल्ट लेक के स्वर्ण व्यापारी की हत्या के मामले में बीडीओ का नाम सामने आया

31 अक्टूबर को व्यवसायी के बहनोई देबाशीष कामिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

By रिनिका राय चौधुरी, Posted by: श्वेता सिंह

Nov 05, 2025 14:21 IST

राजारहाट: साल्ट लेक से ‘लापता’ हुए एक स्वर्ण व्यापारी का खून से सना शव न्यू टाउन के जतरागाछी इलाके में बरामद होने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 48 वर्षीय स्वपन कामिला के रूप में हुई है। उनका शव 31 अक्टूबर की सुबह नहर से बरामद किया गया था।

स्वपन मूल रूप से मेदिनीपुर जिले के बेलदार गांव के निवासी थे, लेकिन व्यापार के सिलसिले में वे साल्ट लेक में रहते थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ है कि उनकी हत्या की गई थी। मामले की जांच न्यू टाउन पुलिस ने शुरू कर दी है।

हत्या के मामले में बीडीओ का नाम

मृतक के बहनोई देबाशीष कामिला ने 31 अक्टूबर को बिधाननगर दक्षिण थाने में हत्या की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उत्तर बंगाल के राजगंज ब्लॉक के बीडीओ प्रशांत बर्मन का नाम भी आरोपी के रूप में उल्लेख किया गया है।

देबाशीष का आरोप है कि 28 अक्टूबर की सुबह स्वपन अपनी दुकान पर पहुंचे थे। कुछ ही देर बाद दो कारों में सवार कई लोग वहां पहुंचे, जिनमें एक नीली बत्ती लगी कार से उतरे व्यक्ति ने खुद को बीडीओ प्रशांत बर्मन बताया। उन्होंने स्वपन और दुकान के मालिक गोविंदा बाग को साथ ले लिया और बिना कुछ बताए चले गए। बाद में गोविंदा को नयाबाद इलाके में कार से उतार दिया गया, जबकि स्वपन का कोई पता नहीं चला। अगले दिन, 29 अक्टूबर की सुबह, जतरागाछी की नहर से स्वपन का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया।

चोरी के गहनों से जुड़ा विवाद

विधाननगर पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुछ समय पहले सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा में बीडीओ प्रशांत बर्मन के घर से सोने के गहने चोरी हो गए थे। जांच में खुलासा हुआ कि चोरी किए गए गहने साल्ट लेक के एक स्वर्ण व्यापारी को बेचे गए थे। बीडीओ को यह जानकारी स्थानीय पुलिस से मिली थी, जिसके बाद उन्होंने खुद स्वर्ण व्यापारी से संपर्क किया था।

परिवार ने उठाए सवाल

स्वपन के भाई रतन कामिला ने कहा, “मेरे भैया की बेरहमी से हत्या की गई है। हमें पुलिस पर भरोसा है, लेकिन हम जल्द न्याय चाहते हैं।”परिवार का आरोप है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।

दत्ताबाद में स्वपन की दुकान के पड़ोसी अनूप मंडल ने बताया, “मैं उन्हें 13 सालों से जानता हूं। वह शांत और ईमानदार व्यक्ति थे। उनका किसी से झगड़ा नहीं होता था। समझ नहीं आता, किसी ने उनकी हत्या क्यों की।”

आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीडीओ प्रशांत बर्मन ने मीडिया से कहा, “मेरे पास कोई मकान या संपत्ति नहीं है। मुझ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह निराधार हैं।” विधाननगर कमिश्नरेट के अधिकारियों ने बताया कि हत्या के कारणों की जांच जारी है और सभी पहलुओं पर बारीकी से पड़ताल की जा रही है।

Prev Article
तापमान गिर रहा है, कब से पड़ेगी कड़ाके की ठंड ?
Next Article
देश में पहली बार कलकत्ता हाई कोर्ट ने दी नाबालिग के अग्रिम जमानत मांगने के अधिकार को मान्यता

Articles you may like: