चक्रवाती तूफान 'सेनयार' ने बदली दिशा : 180 डिग्री घूमकर बढ़ रहा है इंडोनेशिया की तरफ, क्या खतरा टला?

मंगलवार की भोर में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है।

By Moumita Bhattacharya

Nov 27, 2025 11:24 IST

राहत की सांस! तमिलनाडु से ओडिशा के समुद्रतटिय इलाकों की तरफ नहीं बल्कि अपना रास्ता बदलकर अब इंडोनेशिया की तरफ आगे बढ़ रहा है चक्रवाती तूफान 'सेनयार'। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह परिस्थिति बनी 'फुजिवारा इफेक्ट' की वजह से, जिसने चक्रवाती तूफान की दिशा में 180° परिवर्तन किया और अब यह इंडोनेशिया की तरफ बढ़ रही है।

क्या है 'फुजिवारा इफेक्ट'?

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की भोर में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है, जिसे 'फुजिवारा इफेक्ट' कहा जा रहा है। पुणे के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (IITM) के मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि समुद्र में 1400 किलोमीटर की दूरी पर अगर एक से अधिक शक्तिशाली निम्न दबाव का क्षेत्र या चक्रवाती तूफान जैसे सिस्टम बनते हैं तो दोनों एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं। कई बार दोनों एक-दूसरे के चारों तरफ ही घुमना शुरू कर देते हैं। ऐसी स्थिति को ही 'फुजिवारा इफेक्ट' कहा जाता है।

कैसे हुआ यह संभव?

बताया जाता है कि मलक्का प्रणाली के पास निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान 'सेनयार' में बदलता उससे पहले ही श्रीलंका के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवाती तूफान बन गया है। दोनों निम्न दबाव के क्षेत्रों के बीच की दूरी 1400 किलोमीटर से कम होने की वजह से ही दोनों ने एक-दूसरे की दिशा को प्रभावित करना भी शुरू कर दिया है।

हालांकि मौसम विभाग अभी तक निश्चित नहीं हो पाया है कि श्रीलंका के पास बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र आखिरकार चक्रवाती तूफान बनेगा अथवा नहीं। फिलहाल इतना ही स्पष्ट है कि गुरुवार को यह निम्न दबाव का क्षेत्र शक्ति बढ़ाकर गंभीर निम्न दबाव में बदलने वाला है। उसी तरह अंडमान सागर में निम्न दबाव से चक्रवाती तूफान 'सेनयार' में बदलने के बाद वह किस तरफ बढेगा, इस बारे में 25 नवंबर की रात को भी कुछ स्पष्ट नहीं हो सका था।

मौसम विभाग का अनुमान है कि शुरुआती लक्षणों से लग रहा है कि गुरुवार को दोनों वेदर सिस्टम एक-दूसरे के और करीब आ जाएंगे। इसके प्रभाव से ही 'सेनयार' की दिशा में बदलाव होगा और वह इंडोनेशिया की तरफ बढ़ना शुरू हो सकता है। वहीं भारतीय मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका के पास बना निम्न दबाव का क्षेत्र समय के साथ-साथ अपनी शक्ति बढ़ाकर उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़कर तमिलनाडु के तटवर्तीय इलाकों में पहुंच जाएगा।

क्या बंगाल पर पड़ेगा असर?

'फुजिवारा इफेक्ट', चक्रवाती तूफान 'सेनयार' या श्रीलंका के पास बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए निम्न दबाव के क्षेत्र का फिलहाल पश्चिम बंगाल पर कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। अलीपुर मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 3 दिसंबर तक बंगाल के मौसम में परिवर्तन की कोई चेतावनी नहीं है।

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