'अराजनैतिक' गीता पाठ कार्यक्रम में शामिल हुए शमीक भट्टाचार्य, दिलीप घोष, शुभेंदु अधिकारी व धीरेंद्र शास्त्री

गीता पाठ कार्यक्रम में राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी हिस्सा लिया।

By Moumita Bhattacharya

Dec 07, 2025 19:05 IST

रविवार को ब्रिगेड मैदान में 'सनातन संस्कृति संसद' की ओर से गीता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा के कई हेवीवेट नेता भी पहुंचे थे। हालांकि शुरुआत से ही दावा किया गया था कि यह एक अराजनैतिक कार्यक्रम है। इसके बावजूद कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमीक भट्टाचार्य, केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार, राज्य की विधानसभा में विरोधी पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी, प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष तथागत राय और राहुल सिन्हा, लॉकेट चट्टोपाध्याय व अग्निमित्रा पॉल भी शामिल हुई।

खास बात यह रही कि इस मौके पर पिछले लंबे समय से विवादों में घिरे दिलीप घोष, जो पार्टी में फिलहाल किसी भी पद पर नहीं हैं, भी मौजूद रहे। इसके अलावा गीता पाठ कार्यक्रम में राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी हिस्सा लिया।

तृणमूल का कटाक्ष

इस 'अराजनैतिक' सभा को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कटाक्ष किया। कार्यक्रम में प्रवेश करने से पहले राज्य सरकार के खिलाफ शमीक भट्टाचार्य ने काफी आरोप लगाए थे। बाद में तृणमूल नेता जयप्रकाश मजूमदार ने पलटवार करते हुए भाजपा के खिलाफ धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मुर्शिदाबाद के भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर और भाजपा नेताओं के बीच कोई फर्क नहीं है।

बता दें, गीता पाठ कार्यक्रम के लिए 3 मंच बनाए गए थे। मुख्य मंच के बगल में दो अन्य मंच बनाए गए थे। देश भर के विभिन्न राज्यों से साधु-संत यहां पहुंचे। साथ ही गीतापाठ कार्यक्रम में हिस्सा लेने ब्रिगेड में मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम के मुख्य पुरोहित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री भी पहुंचे थे, जिन्हें बागेश्वर बाबा के नाम से भी जाना जाता है। मंच से कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्ञानानंदजी महाराज ने की। ब्रिगेड मैदान में गीतापाठ से पहले वेद पाठ किया गया।

गौरतलब है कि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे समय में गीता पाठ के कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक पारा ऊपर चढ़ता जा रहा है। मुर्शिदाबाद में तृणमूल से सस्पेंड हो चुके नेता हुमायूं कबीर की 'बाबरी मस्जिद' को लेकर भी भाजपा नेताओं ने काफी बयानबाजी की। वहीं जयप्रकाश मजूमदार ने हुमायूं कबीर और भाजपा नेताओं को एक ही श्रेणी में खड़ा कर दिया। कुल मिलाकर विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में जहां राजनैतिक पारा चढ़ता जा रहा है वहीं दोनों पक्षों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है।

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