बऊबाजार में पुराने घर की छत का एक हिस्सा टूटकर गिरने से एक घायल, मेट्रो पर लगा आरोप

घायल व्यक्ति ने इस दुर्घटना के लिए कोलकाता मेट्रो को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि जिस घर में यह हादसा हुआ है, वह काफी पुराना घर है।

By Moumita Bhattacharya

Dec 07, 2025 18:34 IST

बऊबाजार में एक पुराने मकान की छत का एक हिस्सा टूट कर गिर गया। बताया जाता है कि इस हादसे में एक व्यक्ति को चोट आयी है। घटना रविवार की दोपहर को लगभग 1 बजे की बतायी जाती है। घायल व्यक्ति का नाम पप्पु सिंह बताया जाता है। मिली जानकारी के अनुसार जब उक्त व्यक्ति अपने घर के बाथरुम में जा रहा था, तभी अचानक छत का एक हिस्सा टूट कर गिर गया।

इस दुर्घटना में व्यक्ति के सिर और कमर में चोट आयी है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पार्षद विश्वरूप दे व विधायक नयना बंद्योपाध्याय तुरंत मौके पर पहुंची।

इसके साथ ही कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम भी मौके पर पहुंच गयी। घायल व्यक्ति ने इस दुर्घटना के लिए कोलकाता मेट्रो को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि बताया जाता है कि जिस घर में यह हादसा हुआ है, वह काफी पुराना घर है और छत की हालत भी बहुत जर्जर हो चुकी है।

मिली जानकारी के अनुसार बीबी गांगुली स्ट्रीट के जिस मकान में यह दुर्घटना घटी, वहां 14-15 परिवार एक साथ रहते हैं। सभी निवासियों के मन में एक बार फिर से मेट्रो को लेकर डर बैठ गया है। मीडिया से हुई बातचीत में कुछ लोगों ने दावा किया कि जब ग्रीन लाइन मेट्रो यहां से गुजरती है, तो कभी-कभी उसका कंपन भी अनुभव होता है।

दावा किया जा रहा है कि जब मेट्रो का काम चल रहा था तब इस घर को छोड़कर दूसरी जगह चले जाना पड़ा था। मेट्रो प्रबंधन ने ही होटल में उनके रहने का बंदोबस्त कर दिया था। बाद में फिट सर्टिफिकेट मिलने के बाद सभी परिवार घर में लौट आएं। मीडिया से बात करते हुए पप्पु सिंह ने बताया कि मेट्रो की वजह से हर रोज कंपन होता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेट्रो ने कोई कदम नहीं उठाया। पप्पु सिंह की बहन का कहना है कि अब तो घर वापस लौटने में भी डर लग रहा है। हमारा बाथरुम और किचन सब कुछ वहीं है।

गौरतलब है कि इसके पास ही मौजूद मदन दत्त लेन और उसके ठीक बाद दुर्गापितुरी लेन है, जहां मेट्रो के ग्रीन लाइन के निर्माण के समय रातोंरात बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बेघर हो गए थे। घरों में दरारें आ जाने और कई घरों के ढह जाने की वजह से यहां के लगभग 70 से अधिक परिवारों को घर छोड़कर होटल में आसरा लेने पड़ा था।

Prev Article
मतदाता सूची में नाम शामिल ही नहीं करवाना चाहते हैं 46 हजार मतदाता!
Next Article
6 दिनों बाद भी सामान्य नहीं हुई IndiGo की फ्लाइट सेवाएं, हावड़ा से चलायी जाएंगी स्पेशल ट्रेन

Articles you may like: