अगर तृणमूल कांग्रेस चाहेगी तो अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) नंदीग्राम से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने बिना किसी हिचकिचाहट के खुलकर यह बात कही। हालांकि उन्होंने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अभी तक ऐसा कोई फैसला लिया है।
सुकांत मजूमदार ने किया था दावा
नंदीग्राम से अभिषेक बनर्जी चुनाव में खड़े हो सकते हैं, कुछ दिनों केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के एक बयान के बाद से ही यह अटकलें लगायी जाने लगी थी। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा था कि उनके पास जानकारी है कि अभिषेक बनर्जी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव लड़ सकते हैं।
सोमवार को अभिषेक बनर्जी दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में सेवाश्रय-2 स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। वहां सांसद से मीडियाकर्मियों ने सुकांत मजूमदार के दावों के बारे में सवाल किया।
अभिषेक बनर्जी ने दिया सीधा जवाब
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सुकांत मजूमदार से कहो कि यह उनकी छिपी हुई इच्छा हो सकती है। लेकिन तृणमूल के अंदरूनी मामले तृणमूल पर छोड़ दे। पार्टी मुझे जहां भी और जैसे भी इस्तेमाल करेगी, मैं काम करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर मुझे चुनाव में नंदीग्राम से उम्मीदवार बनने के लिए कहा जाएगा तो मैं बन जाऊंगा।
अगर मुझे दार्जिलिंग से चुनाव में खड़ा होने के लिए कहा जाएगा तो मैं खड़ा हो जाऊंगा। मैं यह ऑन-रिकॉर्ड कह रहा हूं। साथ ही उन्होंने भाजपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सुकांत मजूमदार इतने काबिल होते तो उन्हें महज आठ हजार वोटों से जीतने की जरूरत नहीं पड़ती।
भाजपा यहां जीतेगी : शुभेंदु अधिकारी
अभिषेक बनर्जी ने जहां स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर तृणमूल चाहेगी तो वह नंदीग्राम में भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। वहीं इस बारे में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का क्या कहना है? नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने इस बारे में कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा। मैं बस इतना कहूंगा कि भाजपा यहां जीतेगी।
भाजपा ने यहां ममता बनर्जी को हराया है। ऐसा नहीं लगता कि तृणमूल के पास वहां कोई और उम्मीदवार है। फिर अचानक सुकांत मजूमदार ने ऐसी टिप्पणी क्यों की? ऐसा पूछने पर अधिकारी ने कहा कि मैं किसी सहकर्मी के बयान पर पलटवार नहीं करता। भाजपा एक एकजुट पार्टी है। हमें अपनी बात रखने का पार्टी के अंदर मौका दिया जाता है। मैं पार्टी में किसी भी जूनियर या सीनियर किसी भी सहकर्मी के किसी बयान पर कोई पलटवार नहीं करता।
तृणमूल नेताओं के एक समूह का मानना है कि डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी ने पिछले एक दशक के दौरान तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को पूरा किया है। 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी के महासचिव का पद संभाला था। कुछ महीने पहले तृणमूल सुप्रीमो ने उन्हें लोकसभा में पार्टी के नेता की जिम्मेदारी भी सौंपी।
अब अगर पार्टी उन्हें शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहती है, तो वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। इस बात का स्पष्ट संकेत अभिषेक बनर्जी ने दे दिया है। बता दें, पिछले दिनों जब अभिषेक बनर्जी से पूछा गया था कि क्या वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने तब भी यही जवाब दिया था। उन्होंने साफ कहा कि वह पार्टी के आदेशों का वह पालन करेंगे।
पर सुकांत मजूमदार ने क्यों दिया ऐसा बयान?
बालुरघाट के सांसद सुकांत मजूमदार ने दिल्ली में दावा किया कि पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर के लिए जारी ऑर्डर में, मैंने देखा कि अभिषेक बनर्जी के कुछ करीबी लोगों को तमलूक (लोकसभा) में ट्रांसफर किया गया है, जहां नंदीग्राम विधानसभा सीट है। इससे पता चलता है कि उनके मन में (नंदीग्राम से) चुनाव लड़ने की इच्छा है। सुकांतर की इस बात पर तृणमूल ने जवाबी हमला बोला।
पार्टी प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने पूर्व मिदानापुर के SP और जिलाधिकारी को बदल दिया था। क्या वह बदलाव शुभेंदु अधिकारी को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था? उन्होंने कहा कि सुकांत अच्छी तरह जानते हैं कि 2021 में शुभेंदु ने लोड शेडिंग और धांधली करके ही नंदीग्राम में चुनाव जीता था। सुकांत दिल से चाहते हैं कि नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी चुनाव हार जाएं। इसीलिए वह इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
तृणमूल नेताओं में इस बात को लेकर कोई दोराय नहीं है कि अभिषेक बनर्जी नंदीग्राम को लेकर कोई खास फैसला लेने वाले हैं। हालांकि पूर्व मिदनापुर में भाजपा की स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही है। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को नंदीग्राम में सिर्फ 8,200 वोटों की ही बढ़त मिल सकी थी।