आईपैक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने हियरिंग की सीसीटीवी मॉनिटरिंग की मांग के साथ ही पारदर्शी प्रक्रिया बनाए रखने के लिए कई सुझाव भी दिए।
वर्तमान में SIR के फॉर्म जमा करने का कार्य जारी है। इसके साथ ही फॉर्म के डिजिटाइजेशन का काम भी चल रहा है। इसी बीच कई मांगों को लेकर सोमवार को विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधि दल ने CEO मनोज कुमार अग्रवाल से मुलाकात कर बैठक की। इस बैठक में शुभेंदु ने आईपैक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “IPAC के लोग BLO से OTP लेकर लिस्ट में बांग्लादेशियों के नाम डाल रहे हैं। इसके लिए हम एक स्वतंत्र एजेंसी से जांच चाहते हैं। CBI को बुलाया जाए और न्यायपालिका से अनुरोध किया जाए। कई BLO अधिकारी मजबूर होकर इस गड़बड़ी में शामिल हुए हैं।”
शुभेंदु ने कहा,“26- 27 और 28 नवंबर की एंट्री में गड़बड़ी है। इन तीनों दिनों की हर एंट्री का ऑडिट पर्यवेक्षकों से करवाना होगा। आधुनिक तकनीक का उपयोग करना चाहिए। AI से फोटो स्कैन कर ऑडिट करना जरूरी है। रातोंरात 1 करोड़ 25 लाख एंट्री कैसे हो गई? इसमें ERO और IPAC दोनों शामिल हैं। यह एक बड़ा स्कैम है।”
विपक्षी नेता ने ERO नियुक्तियों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “सारे देश में SDO को ही ERO बनाया जाता है। इस राज्य में लैंड ऑफिसर को ERO क्यों बनाया गया? यह उनका काम नहीं है। केवल SDO रैंक के अधिकारियों को ही ERO बनाना चाहिए। केवल BCS और IAS अधिकारी ही ERO बनने के योग्य हैं।”
इसके अलावा शुभेंदु ने आरोप लगाया कि CEO कार्यालय में प्रवेश के दौरान उन्हें रोका गया। उन्होंने सीधे कोलकाता पुलिस के DC सेंट्रल इंदिरा मुखोपाध्याय का नाम लेकर कहा कि पुलिस ने उन्हें आयोग के कार्यालय में प्रवेश करने से रोका।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को विधानसभा में विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी CEO कार्यालय गए थे और वहां उन्हें तृणमूल समर्थित BLO अधिकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी की शिकायत में इसी घटना का संदर्भ है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा,“तृणमूल को हराना उनके लिए संभव नहीं है। इसलिए वे ऐसे कार्य कर रहे हैं। अब तो वे तृणमूल को हराने के लिए MIM और ISF के साथ गठबंधन करने को भी तैयार हैं।”