आरजी कर भ्रष्टाचार मामले में नया मोड़: संदीप के खिलाफ आवाज उठाने वाले अख़्तर का नाम CBI की चार्जशीट में

नवंबर की शुरुआत में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय भ्रष्टाचार के मामले में CBI की जांच का जिक्र करते हुए राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अख़्तर अली को निलंबित कर दिया था।

By अर्पिता हाजरा, Posted by: श्वेता सिंह

Dec 01, 2025 20:49 IST

आरजीकर भ्रष्टाचार मामले में नया मोड़ आया है। इस मामले में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत उसी अस्पताल के पूर्व डिप्टी सुपर (नॉन-मेडिकल) अख़्तर अली ने की थी। इस घटना की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने शुरू की थी। सोमवार को CBI ने अलिपुर की विशेष अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की। इस सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अख़्तर अली और शशीकांत चंदक को आरोपी के रूप में दिखाया गया है। शशीकांत का पेशा ठेकेदारी बताया गया है।

आरजीकर भ्रष्टाचार मामले की जांच के दौरान पूर्व डिप्टी सुपर का नाम सामने आया। यह तथ्य चार्जशीट में भी स्पष्ट रूप से उल्लेखित है। CBI ने इस मामले में पहले भी चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष सहित कुल छह लोगों के नाम शामिल थे।

आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय भ्रष्टाचार की शिकायत 2023 में डिप्टी सुपर अख़्तर अली ने राज्य सतर्कता आयोग को लिखित रूप में की थी। उन्होंने उस समय राज्य सतर्कता आयोग को कुल 15 प्रकार की अनियमितताओं के बारे में अवगत कराया। इसके बाद उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

2024 में 9 अगस्त को आरजी कर में एक मेडिकल छात्रा के बलात्कार और हत्या की घटना के बाद अख़्तर अली ने इस मामले में फिर सक्रिय भूमिका निभाई। उसी समय उच्च न्यायालय ने CBI को जांच का निर्देश दिया था।

अब इस मामले में CBI की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अख़्तर अली का नाम आरोपी के रूप में शामिल होना पूरे घटनाक्रम को नया मोड़ दे गया है, ऐसा जानकारों का कहना है।

उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2025 में अख़्तर अली को उत्तर दिनाजपुर में स्थानांतरित किया गया था। चालू वर्ष के नवंबर महीने की शुरुआत में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय भ्रष्टाचार की जांच का उल्लेख करते हुए उन्हें राज्य स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया था। इसके लिए एक आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया था।

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