पुलिस की इजाजत के बिना बीजेपी की निकली बाइक रैली को लेकर उठे सवाल

By देवार्घ्य भट्टाचार्य, Posted by: लखन भारती

Oct 27, 2025 15:47 IST

हुगली के आरामबाग पुलिस की अनुमति के बिना भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली आयोजित की। इस मामले की पुलिस जांच में जुट गयी है। पुलिस ने कहा है कि बीजेपी के किसी भी नेता या विधायक ने पुलिस से अनुमति नहीं ली। इसी पर विवाद शुरू हो गया। शासक दल के लोग भी इस बार पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतर रहे हैं। शिकायत है कि बीजेपी की बाइक सेना के उत्पात से खानाकूल के चिंगड़ा ग्राम पंचायत और नतीबपुर 1 नंबर ग्राम पंचायत के लोग भयभीत हो गए।

उनका दावा है कि प्रशासन की अनुमति के बिना, सैकड़ों बाइक के साथ चिंगड़ा क्षेत्र में बीजेपी विधायक सुशांत घोष ने रैली की। साथ ही धमकियाँ भी दी गईं।

संदर्भ के लिए, कुछ दिन पहले नतीबपुर इलाके में तृणमूल की बाइक रैली पर भाजपा द्वारा हमला किए जाने का आरोप लगा। इसके जवाब में भाजपा का आरोप था कि तृणमूल की बाइक रैली में महिलाओं पर हमला किया गया।

पूरे घटना के विरोध में भाजपा ने बंद कर दिया। इस मामले में राज्य तृणमूल कांग्रेस के सचिव स्वपन नंदी ने कहा, 'बाइक रैली करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है। रात में बाइक रैली करने से बच्चे, छात्र-छात्राएं और सामान्य लोग डर गए। प्रशासन इसकी कार्रवाई करेगा। हमने पुलिस को सूचित किया है।' दूसरी ओर, आरामबाग भाजपा के संगठनात्मक जिला अध्यक्ष सुशांत बेड़ा ने कहा, 'बाइक रैली भारतीय जनता पार्टी का एक अंग है। पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, प्रत्येक विधायक को बाइक रैली करने के लिए कहा जाता है। विधायक ने रैली की।

भाजपा की बाइक रैली देखकर तृणमूल वास्तव में डर गई है। भाजपा को किसी रैली की अनुमति लेने के लिए प्रशासन के पास 72 घंटे पहले आवेदन करना पड़ता है लेकिन तृणमूल चाहें तो अनुमति ले सकती है। यह कैसा नियम है! यह उच्च नेतृत्व की तत्कालीय पहल का कार्यक्रम है लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण रैली की। कोई अशांति नहीं हुई। तृणमूल बेवजह झूठा आरोप लगा रही है।

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