हुगली के डानकुनी में एक महिला की रहस्यमय मौत का मामला सामने आया है। आरोप लगाया जा रहा है कि महिला की मौत की वजह SIR के कारण फैला आतंक है। दावा किया जा रहा है कि वर्ष 2002 की SIR सूची में इलाके के काफी लोगों का नाम नहीं है। परिवार का दावा है कि सभी दस्तावेज रहने के बावजूद 60 वर्षीया हसीना बेगम मन ही मन काफी आतंकित रह रही थी। रविवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बता दें, कल यानी 4 नवंबर (मंगलवार) को घर-घर जाकर बीएलओ (BLO) एन्यूमिरेशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू करने वाले हैं। SIR के खौफ से अब तक 5 मौत होने का आरोप सामने आ चुका है।
घटना डानकुनी नगर पालिका के वार्ड नंबर 20 की बतायी जाती है। मीडिया से बातचीत के दौरान स्थानीय निवासी ताहिरा बीबी ने बताया कि शनिवार को वार्ड नंबर 20 में SIR को लेकर एक बैठक की गयी थी। इसे लेकर लगभग सभी चिंतित हैं। हसीना बेगम भी इसे लेकर परेशान थी। हालांकि वह इलाके में लंबे समय से रहती हैं और उनके पास सभी कागजात भी मौजूद थे।
ताहिरा बीबी का कहना है कि रविवार की सुबह वह काम पर गयी थी। काम से वापस लौटकर वह चाय लेने गयी। वहां से लौटते समय बीच रास्ते में वह सिर पकड़कर बैठ गयी। स्थानीय लोग उन्हें घर पहुंचा गए। लेकिन कुछ देर बाद उनका पूरा शरीर सुन्न पड़ गया तो तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।
सोमवार की सुबह परिवार के साथ डानकुनी नगर पालिका की मेयर हसीना शबनम ने मुलाकात भी की। उन्होंने कहा, 'SIR को लेकर सभी डरे हुए हैं। खास तौर पर जिन लोगों का नाम साल 2002 की SIR लिस्ट में नहीं है। जिनकी मौत हुई है उनका नाम भी SIR लिस्ट में नहीं था। इस वजह से वह काफी मानसिक दबाव में थी। इलाके में और भी कई लोग बीमार हैं जिनका इलाज चल रहा है।'
इससे पहले उत्तर 24 परगना के पानीहाटी, बैरकपुर, बीरभूम इलमबाजार, पूर्व बर्धमान के जमालपुर में भी SIR के डर से नागरिकों की मौत होने का आरोप लगाया जा चुका है।